हाथरस, जन सामना संवाददाता। विधानसभा निर्वाचन के दृष्टिगत आज कलक्ट्रेट में जिला स्तरीय अधिकारियों को लीडरशिप एण्ड मोटीवेशन ट्रेनिंग दी गई। ज्ञातव्य है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 14 दिसम्बर से कलक्ट्रेट में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, नोडल अधिकारी, जोनल एवं सैक्टर मजिस्ट्रेट आदि सहभागिता कर रहे हैं।
शुक्रवार को कलक्ट्रेट में लीडरशिप एण्ड मोटीवेशनल ट्रेनिंग कार्यक्रम के तीसरे दिन अपर जिला मजिस्ट्रेट एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी अली हसन कर्नी ने दीप प्रज्जवलित कर और माॅ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण करके प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। एडीएम ने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे गंभीर होकर प्रशिक्षण लें, जिससे विधानसभा निर्वाचन के दौरान वह मतदान कार्मिकों को सुचारू ढंग से प्रशिक्षित कर उनकी शंकाओं का प्रभावी ढंग से समाधान कर सकें। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन 17 दिसम्बर शनिवार को अनिवार्य रूप से भाग लेने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये।
मास्टर ट्रैनर पल्लवी शिवहरे तथा ललित शर्मा ने लीडरशिप एण्ड मोटीवेशन ट्रेनिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ कर्मियों का विश्वास हासिल करने वाला व्यक्ति सफल लीडर होता है। उन्होंने समय और काम के महत्व के अनुसार सफल लीडरशिप के बारे में उपयोगी टिप्स दिये और कहा कि सफल लीडरशिप के लिये ज्यादा सुनने और कम बोलने की क्षमता होनी चाहिये। उन्होंने जोर देकर कहा कि अच्छी लीडरशिप के लिये कार्य के प्रति ईमानदारी और संवदेनशील होना बहुत जरूरी है।
मास्टर ट्रैनर पल्लवी शिवहरे तथा ललित शर्मा ने वीडियो प्रोजेक्टर, ज्ञानवर्द्धक एवं मनोरंजक प्रतियोगिताओं के जरिये अधिकारियों को कार्यक्षमता में वृद्धि के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान उन्हें समय-समय पर चुनौतियों का सामना करना पडता है, जिन्हें पूरा करने के लिये यह ट्रेनिंग अधिकारियों के लिये निश्चित ही उपयोगी सिद्ध होगी। मास्टर ट्रैनर पल्लवी शिवहरे तथा ललित शर्मा ने ट्रैनिंग के दौरान मौके पर अधिकारियों की शंकाओं का समाधान किया। ईडीएम मनोज उपाध्याय ने ट्रेनिंग कार्यक्रम का संचालन किया। ट्रेनिंग की विभिन्न व्यवस्थाओं में संजय श्रीवास्तव, बालमुकुन्द शर्मा, गिरिजाशंकर, आदित्येन्द्र शर्मा, संजीव राजपूत, धर्मेन्द्र सिंह आदि ने योगदान दिया।
ट्रेनिंग कार्यक्रम में सीडीओ जावेद अख्तर जैदी, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्रशेखर शुक्ला, जिला वन अधिकारी मधुकर दयाल, एसडीएम राकेश कुमार गुप्ता, अभिषेककुमार सिंह, केहरी सिंह, ओमबीर सिंह, प्रभारी अधिकारी कलक्ट्रेट जयप्रकाश, तहसीलदार कमलेश गोयल, रामचन्द्र, एनआईसी प्रभारी सुमेश गुप्ता, सहप्रभारी आलोक माहेश्वरी, डीआईओ यतीशचन्द्र गुप्ता, सीवीओ डा0डीके शर्मा, डीपीआरओ दिनेश सिंह, आबकारी अधिकारी हुकुम सिंह, एआर काॅपरेटिव उदयभानु सिंह, उप निदेशक कृषि रामप्रताप, कृषि अधिकारी विपिन कुमार, एएमए जिला पंचायत हरमीक सिंह, प्रवक्ता एमजी पालीटैक्नीक राजेश कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम आरके शर्मा, सहायक अभियंता लघु सिंचाई पीके अग्रवाल, डीएसटीओ देवेन्द्र सिंह, टीओ दिलीप सक्सैना, मत्य अधिकारी टी0 कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी सुरेन्द्र यादव, मंडी सचिव रामबाबू शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी रामानन्द गुप्ता, बीडीओ मौ0 जाकिर, गरिमा खरे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।