हाथरस, जन सामना संवाददाता। सरकारी सेवा में १ अप्रेल २००५ से आए शिक्षकों एवं कर्मचारियों की प्रचलित पुरानी पेंशन को समाप्त कर शेयर मार्केट पर आधारित नई पेंशन को जबरन लागू कर दिया गया है जो कि पूर्ण रूप से जोखिमपूर्ण है। इसके विरोध में अटेवा पेंशन बचाओ मंच काफी समय से आंदोलनरत है। इसी क्रम में प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर लखनऊ में शक्तिप्रदर्शन के दौरान लाठी चार्ज में शिक्षक की मौत के विरोध में आज कलेक्ट्रेट पर अटेवा द्वारा धरना देकर मृतक शिक्षक के परिवार को एक करोड मुआवजा व दो सदस्यों को सरकारी नौकरी आदि की मांग की गई।
उक्त घटना के विरोध में एवं मृतक शिक्षक के परिवार को न्याय दिलाने हेतु जनपद के विभिन्न शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों द्वारा आज जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई है कि मृतक शिक्षक रामाशीष निवासी कुशीनगर के आश्रितों को कम से कम एक करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाये, मृतक के परिवार के कम से कम दो परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाये, आवास की व्यवस्था, पत्नी को पारिवारिक पेंशन तथा बच्चों की परिवरिश सरकार वहन करे, शिक्षकों, कर्मचारियों के विरुद्ध दर्ज झूठे मुकदमें तत्काल वापिस लिए जाये, घटना की मजिस्ट्रेट जांच कर दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाये, घायलों को आर्थिक सहायता, शिक्षक एवं कर्मचारी हित में पुरानी पेंशन को तत्काल बहाल किया जाये।
ज्ञापन देने वालों में प्रवीन कौशिक, अतुल वर्मा, प्रेमपाल सिंह मदनावत, सुरेश चन्द्र शर्मा, सुरेश चन्द्र उपाध्याय, रविन्द्र यादव, सुरेश चन्द्र शर्मा, रमेश चैधरी, गिर्राज किशोर तनेजा, विजयपाल सिंह, गिर्राज किशोर, टी० आर० पाल, डौली शर्मा, पूनम, सुमन, ललिता, विनीता, शालिनी, सुनीता, पिंकी, चन्द्रवती, साधना, जयनाथ सरोज, जितेन्द्र, सुनील, विशाल, उमेश,श्याम नारायण, अजय गौड़, देवेन्द्र, कमलेश, अरुण, कुश कटारा, आशीष दुबे, जगदीश, सुरेन्द्र, कैरम सिंह, सुशील, भानु प्रताप, कुबेर सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।