Saturday, November 23, 2024
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सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विभिन्न लोक विधाओं में हुईं आकर्षक प्रस्तुतियाॅं

2016-12-21-02-ravijansaamnaलोक संस्कृति व लोक विधाएं देश की एकता व अखण्डता को प्रदान करती हैं मजबूती-के.के. गुप्त
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। विकासभवन आॅडिटोरियम हाॅल में युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में प्रतिभाग करने तथा लोकविधाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से विलुप्त होती लोक विधाओं को पुनर्जीवित करने के साथ ही उन्हें प्रोत्साहित करना है। विविधता में राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को मजबूत करने के साथ ही रचनात्मक, सकारात्मक कार्यों को बढ़ावा देकर देश व प्रदेश का उत्थान करना है। उन्होंने कहा कि आज भी जब हम गांव देहातों में शादी विवाहों जैसे समारोहों में लोक गायन की विधा को सुनते हैं तो उसमें सजीवता महसूस करते हैं। पाश्चात्य संगीत अधिकांश कर्णफोड़ू व अप्रिय लगता है।
मुख्य विकास अधिकारी के0के0 गुप्ता ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। इससे व्यावहारिकता का ज्ञान उत्पन्न होता है। हमारा देश व प्रदेश विभिन्न परम्पराओं व विधाओं का देश है जो विविधता में एकता का सन्देश देती हैं। उ0प्र0 में अवधी, बृजभाषा तथा पूर्व में भोजपुरी तथा दक्षिण में बुन्देलखण्डी भाषाओं में लोकविधाओं के दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य साहित्स, संगीत व कला से विहीन होता है वह मनुष्य साक्षात् बिना पूंछ व सींग के पशु के समान होता है। आयोजित कार्यक्रम में 15 से 29 वर्ष आयु वर्ग के विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने प्रतिभाग किया जिनमें विभिन्न लोक विधाओं के माध्यम से बच्चों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति की गयीं। लोकगीत, लोकनृत्य, एकांकी, एकल शास्त्रीय/संगीत प्रस्तुतिकरण, एकल शास्त्रीय वाद्य वादन (सितार, बांसुरी, तबला, वीणां, मृदंगम), हारमोनियम (लाइट), गिटार, शास्त्रीय नृत्य (भरतनाट्यम, ओडिसी, मणिपुरी, कत्थक, कुचिपुड़ी) तथा एक्सटम्पोर (इलोक्यूशन) आदि के माध्यम से प्रस्तुति करने की छात्र-छात्राओं को छूट थी। कार्यक्रमों में एकांकी व नाटक के माध्यम से पर्यावरण बचाओ, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, देशभक्ति आदि जैसे विषयों पर प्रस्तुतियाॅं दी गयीं। कार्यक्रम का आगाज-सरस्वती मइया तेरा रूप निराला है…..वन्दना से किया गया। पर्यावरण मित्र नवीन दीक्षित द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर तैयार लघु नाटिका का प्रदर्शन किया गया वहीं छात्रा प्राप्ति सचान द्वात्रा कत्थक नृत्य की मोहक प्रस्तुति दी गयी। नेहरू युवा केन्द्र, केन्द्रीय विद्यालय, जीजीआईसी पुखरायां, जवाहर नवोदय, शारदा शिक्षा निकेतन झींझक तथा सेठ त्रिलोकी नाथ इण्टर काॅलेज आदि के बच्चों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। कार्यक्रम का संचालन अनूप सचान द्वारा किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में अवगत कराते हुए युवा कल्याण अधिकारी मनोज यादव ने बताया कि यह कार्यक्रम विशुद्ध लोक संगीत, लोकनृत्य व प्रदेश की आंचलिक भाषाओं पर आधारित है। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा दी गयीं प्रस्तुतियों पर समाजसेवी कंचन मिश्रा आदि द्वारा जजमेन्ट भी किया गया। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बिपिन बिहारी पाण्डेय, पिछड़ावर्ग कल्याण अधिकारी अभय कुमार सागर, जिला कृषि अधिकारी रामसजीवन, डीपीओ राकेश यादव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आदि उपस्थित रहे।