इरादे शुद्ध हों तो कोई भी शुभ कार्य असंभव नहीं ….
हाथरस, जन सामना संवाददाता। ‘‘कौन कहता है आसमाँ में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों’’। कभी राजनीति और कभी आपसी रार इनके चलते बहुत से विकास कार्य या तो छूट जाते हैं या फिर अधूरे रह जाते हैं लेकिन यदि मन में सभी के लिए मंगल कामनायें हों और इरादे षुद्ध हों तो कोई भी कार्य असंभव नहीं हो सकता। यह सब देखने को आज मिला जिले में आने वाले लगभग हर बड़े अधिकारी और शासन के तमाम मंत्रियों का विश्राम स्थल पी.डब्लू.डी. से सटी हुई अलीगढ़ रोड स्थित आनन्दपुरी कालोनी की टूटी भूटी खरंजा लगी सड़क आर0सी0सी0 टाइल्स के रूप में बनी और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की राजयोग शिक्षिका बी.के. शान्ता बहिन द्वारा पिछले कई वर्शों से किये जा रहे प्रयास सफल हुआ। यह मार्ग अब ब्रह्माकुमारीज़ मार्ग के रूप में जाना जायेगा जिसका लोकार्पण जनपद के जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह, बी.के. शान्ता बहिन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ के सेवाकेन्द्र पर कालोनी निवासियों के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यह कालोनी निवासियों का परम सौभाग्य है कि विष्व स्तर की ब्रह्माकुमारीज़ आध्यात्मिक संस्था कालोनी में है जिसके नाम पर यह मार्ग ब्रह्माकुमारीज़ मार्ग बनाया गया। सभी को अपना जीवन सरल, सरस, शान्त बनाने के लिए अध्यात्म का लाभ लेना चाहिए।
इससे पूर्व आनन्दपुरी कालोनी के निवासियों की ओर से उमाशंकर भारती, दाऊदयाल अग्रवाल, हजारी लाल निगम, वेदराम, सेवती लाल, बी.के. कैप्टन अहसान सिंह ने जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह, आनन्दपुरी कालोनी स्थित ब्रह्माकुमारीज़ केन्द्र की राजयोग शिक्षिका बी.के. शान्ता बहिन, जिला पंचायतराज अधिकारी दिनेश सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी गजेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान सरिता के.पी. का पुश्पों द्वारा स्वागत किया तथा प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।
बी.के. कैप्टन अहसान सिंह ने अपने फौज के व्यक्तिगत जीवन का अनुभव बताते हुए आयात्मिक जीवन का लाभ लेने का आव्हान करते हुए कहा कि दिल से परमात्मा शिव बाबा को सब कुछ अर्पित करके जीवन जीयेंगे तो कभी कोई कमी नहीं रहेगी। उमाशंकर भारती ने बी.के. शान्ता बहिन, जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल प्रबन्धन बी.के. दुर्गेश बहिन, बी.के. उमा बहिन, बी.के. कोमल बहिन ने किया।