Monday, November 25, 2024
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 जांच पूर्ण न होने की स्थिति में जांच अधिकारी के विरूद्ध भी हो सकती है कार्यवाहीः देवेन्द्र

विभागीय प्रमुख सचिव प्रत्येक माह स्वयं सम्बन्धित विभागों की अपने स्तर से समीक्षा कर लम्बित प्रकरणों में जांच कार्यवाहियों में प्रगति लाना करें सुनिश्चितः मुख्य सचिव
लखनऊः जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री देवेन्द्र चैधरी ने लम्बित अनुशासनिक कार्यवाही एवं सतर्कता जांचों के पुराने प्रकरणों की आख्या अप्राप्त होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये हैं कि आगामी 03 माह में जांच की कार्यवाही पूर्ण कराई जाए। उन्होंने कहा कि नियमानुसार समय से जांच पूर्ण न होने की स्थिति में जांच अधिकारी के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
मुख्य सचिव आज योजना भवन में लम्बित अनुशासनिक कार्यवाही एवं सतर्कता सम्बन्धी प्रकरणों की समीक्षा अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों एवं सचिवों की बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभागीय प्रमुख सचिव प्रत्येक माह स्वयं सम्बन्धित विभागों की अपने स्तर से समीक्षा कर लम्बित प्रकरणों में जांच कार्यवाही में प्रगति लाना सुनिश्चित कराएं।
श्री देवेन्द्र चैधरी ने सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि समस्त निर्धारित प्रारूपों पर वांछित सूचनाएं प्रत्येक तीन माह में सतर्कता आयोग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएं।
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिये कि तीन वर्ष से अधिक समय से लम्बित जांच प्रकरणों का यथाशीघ्र निस्तारण हेतु प्रशासनाधिकरण में भेजे जाने की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए।