फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। इस कलियुग में भगवान को प्राप्त करने का सरल मार्ग है कि जो व्यक्ति परीक्षत की तरह नित्य नियम से भगवान की कथा श्रृवण करते है उन्हे भी भगवान की प्राप्ति अवश्य होती है। उक्त विचार नगर के रामलीला मैदान में सोहम महामण्डल के तत्वाधान में चल रही श्रीमद भागवत कथा एवं गायत्री महायज्ञ में प0 रामगोपाल शास्त्री ने व्यक्त किये।
उन्होंने श्रोताओं को भागवत कथा के अन्तिम दिन कलियुग में होने वाले मुख्य विन्दुओं पर भी प्रकाश डाला। महामण्डल के परमाध्यक्ष स्वामी सत्यानन्द महाराज ने कहा कि हमे अपने बास्तविक रूप का स्मरण करना चाहिये। हमारे सामने बहुत बडी समस्या यह है कि हम अपने को नही जानते और दूसरे को जानने की इच्छा करते है। जव हम अपने को जान जायेंगे तो दूसरे को जानने की इच्छा नही रहती है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में कठिनाईयां इसलिये आती है क्योंकि हम दूसरों को देखते है स्वय को नही। कथा के अन्त में उन्होंने कहा कि जव तक जीव सत्यानन्द या उस परमसुख की प्राप्ति नही कर लेगा तव तक उसका लौकिक या वैदिक व्यापार चलता ही रहेगा। यज्ञ की पूर्ण आहुति में यजमान ओमप्रकाश शर्मा, चन्द्रप्रकाश शर्मा, द्विजेन्द्र मोहन शर्मा, अभिषेक मिततल चंचल, संजय अग्रवाल, कुवर सिंह परमार, नरेश अग्रवाल, अनुग्रह गोपाल, प्रवीन अग्रवाल, उमाकान्त पचैरी आदि ने भाग लिया। समापन के अवसर पर स्वामी सत्यानन्द महाराज ने उपस्थित श्रृद्वालुओं को आर्शीबाद देते हुये कार्यक्रम की सफलता पर उनका आभार व्यक्त किया। जिसके बाद प्रसाद वितरित किया गया।