टूंडला, जन सामना संवाददाता। भाजपा के मंडल अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय निषाद संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष महीपाल सिंह निषाद ने सपा सरकार द्वारा 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने के आदेश को दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले सपा सरकार वोटरों को लुभाने के लिए ऐसे आदेश पारित करती है। पूर्व में निषाद, लोधी, कस्यप समाज को विमुक्त जाति का लाभ मिलता था। सपा सरकार ने 10 अक्टूबर 2013 में उसे भी बंद करा दिया था। चुनाव आते ही सपा सरकार को फिर निषाद समाज याद आने लगा है। इस बार निषाद समाज किसी के बहकावे में आने वाला नहीं है।