सासनी, जन सामना संवाददाता। गांव रूदायन का एक युवक सडक दुर्घटना में घायल होने के बाद मुफलिसी के कारण अपना उपचार नहीं करा पा रहा है। साथ ही जिसके कारण वह घायल हुआ उस व्यक्ति ने भी हाथ खडे कर दिए। जिससे वह अपना उपचार कराने में समर्थ नहीं है। पैर में पडा स्टील की राॅड का जाल उसकी जान का जंजाल बन गया हैं मंगलवार को गांव रूदायन निवासी अशोक कुमार पुत्र सुरेश चंद्र ने बताया कि उसके पिता की मौत करीब तीन वर्ष पूर्व हो गई। तो वह घर के खर्च में हाथ बंटाने के लिए सासनी आया। जहां एक ट्रांसपोटर ने उसे अलीगढ एक ट्रक पर हैल्पर का काम करने के लिए भेज दिया। मगर ट्रक चालक ने अशोक को ट्रक चलाना सिखा दिया और आगे नौकरी पर रखने के लिए दबाव बनाया कि यदि वह गाडी चलाएगा तो उसे नौकरी पर रखा जाएगा। अन्यथा वह काम बंद कर दे। इस पर अशोक राजी हो गया तो अलीगढ के ट्रक मालिक शमीम निवासी जमालपुर ने उसे बैंगलौर ट्रक चालक के साथ भेज दिया। जहां वह बारह घंटे ट्रक चलाता तब जाकर उसे दो जून की रोटी मिलती। छह दिसंबर 2017 को अशोक जब ट्रक चला रहा था, तो उसके सामने चल रहे वाहन ने अचानक ब्रेक लगा दिए तो उसका ट्रक पीछे से आगे चल रहे वाहन में टकरा गया। जिससे अशोक के एक पैर में गहरी चोट लग गई। उस वक्त को मालिक के कहने पर ट्रक चालक ने अशोक का उपचार करा दिया। बाद में मालिक गांव रूदायन आया और आश्वासन दिया कि खाली कागज पर अंगूठा लगाकर अपने दस्तख्त कर दे। उसका उपचार वह पूरी तरह से कराएगा। हस्ताक्षर और अंगूठा लगने के बाद ट्रक मालिक ने गांव और अशोक की ओर मुडकर भी नहीं देखा। जिससे पैर में पडा स्टील की राॅड का जाल उसे परेशान कर रहा है। पारिवारिक हालत खराब होने के कारण वह अपना उपचार भी नहीं करा पा रहा है। पीडित अशोक ने अभी तक ट्रक मालिक की कहीं शिकायत भी नहीं की है। अशोक ने हारकर प्रशासन ने अपने उपचार के लिए धन जुटाने की मांग करने का मन बनाया है।