इलाहाबाद, वी डी पांडेय। आज रविवार को यूजीसी नेट की परीक्षा थी जिसे विद्यालय प्रबंधन ने लीक करा कर कुछ विशेष चुनिंदा प्रतियोगी छात्रों को हल करवाया अन्य बाकी छात्रों को आधा घंटा बाद पेपर दिया गया। जो पेपर मिला उसकी पहले से ही सील खुली हुई थी जिसकी जानकारी होते ही छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया जब उनको स्कूल प्रबंधन से सहयोग के बजाय धमकियां मिलने लगी तो सभी छात्रों ने जीटी रोड पर जाम लगा दिया और जिलाधिकारी से मिलने की मांग करने लगे तभी जानकारी मिलने पर चायल विधायक संजय गुप्ता बच्चों के बीच पहुंचे और उन्होंने बच्चों को न्याय का पूरा भरोसा दिलाया और अपने सामने एफआईआर दर्ज करा कर पूरी तरह सहयोग का आश्वासन दिया। विधायक संजय गुप्ता के समझाने व आश्वासन पर ही छात्रों ने जाम से हटने की हामी भरी।
यह मामला है ’एस पी कान्वेट इंटर कालेज बेगम बाजार, बम्हरौली का’
आपको बता दे कि कुछ समय पहले स्कूल की करोड़ों रूपये की हेराफेरी करने के मामले में इस स्कूल का प्रबंधक विजय कुमार केशरवानी जेल भी जा चुका है। इतना सब होने के बाद भी इस स्कूल को प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर बनाया गया।
इन सबसे तो एक बात साफ होती है कि सीबीएससी बोर्ड व प्रशासन में भी कही न कही खामिया है जिसका खामियाजा प्रतियोगी छात्रों को झेलना पड़ रहा है। प्रश्न तो उठता है कि सब कुछ जानते हुए बोर्ड ने ऐसे दागी और बदनाम घोटालेबाज स्कूल को सेंटर कैसे बनाया। कही न कही दाल में काला है यदि इसकी सही तरीके जांच करायी जाए तो इसमे तमाम सफेदपोश बेनकाब होगे।