हाथरस, जन सामना संवाददाता। बागला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई सं. प्रथम का तृतीय एक दिवसीय शिविर ग्राम दयानतपुर में आयोजित हुआ। इकाई प्रथम के अधिकारी डा. एम.पी. सिंह ने कहा कि यदि लक्ष्य बनाकर परिश्रम करेंगे तो वह आसानी से लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। मन, वचन एवं ईमानदारी से किया गया कार्य व्यक्ति को प्रगति के पथ पर ले जाता है। विद्यार्थी पढाई के साथ सभी सामाजिक जिम्मेदारियों का पूरी तरह से निर्वहन करें तो वह समाज के लिए उदाहरण प्रस्तुत कर सकते हैं। हमें सदैव सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। इसी क्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छात्रों के मध्य पधारे संत श्री अरूण ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारे जीवन में ज्ञान का बड़ा महत्व है। ज्ञान के सहारे व्यक्ति बड़े से बडे लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है, हमारे लिए सबसे बड़ा गौरव यह है कि हम मानव शरीर धारण किये हुए जीव हैं तथा हमारे साथ माता-पिता का साथ व गुरू की शिक्षा हमारे जीवन को धन्य कर देती है। इसके साथ-साथ छात्र जीवन, मानव जीवन का सबसे सुखद समय है, जिस समय में मानव अपार ज्ञान प्राप्त करता है तथा मानव को ज्ञान प्राप्त करने के लिए एकान्त व मन शान्ति की आवश्यकता होती है। प्राचार्य मेजर राजकमल दीक्षित ने कहा कि जीवन में सेवा भावना सबसे महत्वपूर्ण है और इसी भावना से मनुष्य के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। मुख्य अनुशासन अधिकारी डा. चन्द्रशेखर रावल ने कहा कि जो विद्यार्थी अनुशासन में रहकर सेवा भावना का संकल्प लेकर ज्ञानार्जन करते हैं उन्हें सफलता से कोई नहीं रोक सकता। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संत पंचमदास, जवाहरानन्द आदि का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ साथ ही साथ महाविद्यालय के शीलेन्द्र कुमार शर्मा, राजीव अग्रवाल, निकेश शर्मा, भानु सारस्वत, विमल, हिमांशु, शरद शर्मा, बबलू, पार्वती, नीलम, दीपक सिंह, तरूण कुमार, श्याम सुन्दर, प्रीति शर्मा, नीरज, मनोज, अर्चना, राखी, पूजा, मोनिका, संगीता आदि उपस्थित रहे।