हाथरस, जन सामना संवाददाता। श्री रामचरित मानस प्रचार सेवा समिति द्वारा अपने संरक्षक, नगर के धार्मिक विद्वान श्री रामकथा प्रवाचक मानस प्रेमी पं. कृष्णगोपाल रावत को समिति कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उनके द्वारा कथा प्रवचन से जनमानस में धर्मनिष्ठा जगाने तथा धर्म, समाज की निष्ठा पूर्ण सेवाओं के प्रति हार्दिक कृतज्ञता प्रकट करते हुये श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। श्रद्धांजलि सभा का शुभारंभ मानस प्रेमी पं. कृष्णगोपाल रावत के छविचित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पण से हुआ। अध्यक्षता करते हुये समिति अध्यक्ष भागवत कथाव्यास पं. लक्ष्मीनारायन व्यास ने स्व. रावतजी द्वारा समिति को दिये गये दिशा दर्शन के प्रति आभार मानते हुये संस्मरणात्मक श्रद्धांजलि अर्पित कीं और रावत जी के निधन को धर्म क्षेत्र की अपूर्णनीय क्षति बताया। महामंत्री पं. सुनील गांगेय ने रावतजी को श्रीरामकथा का संदेश प्रदाता बताया। गंगा पुत्र पं. श्याम सरन ने रावतजी को प्रतिभाओं को प्रोत्साहन प्रदान करने वाला विद्वान बताया। समिति व्यवस्थापक पं. अनिल कौशिक ने रावतजी को शिक्षा प्रेमी व्यक्तित्व रूप में स्मरण किया। निर्देशक पं. सुशील शर्मा ने रावतजी को कुशल परामर्शदाता तथा विनम्र विद्वान बताया। पं. श्याम कुमार शर्मा ने रावतजी को समर्पित समाजसेवी कथाव्यास रूप में स्मरण किया जो हर आयोजन में बढ़-चढ़ के भाग लेते थे। पं. ब्रजेश लाला पंडित ने रावतजी की मिलनसारिता की चर्चा की। संचालन करते हुये समिति प्रचार प्रभारी जयप्रकाश शर्मा ने रावतजी को रामकथा मर्मज्ञ तथा आशा की नई किरणों का संदेश प्रदान करने वाला कथाकार बताते हुये श्रद्धा सुमन अर्पित किये। जिन्होंने हाथरस के धार्मिक जगत में काफी सम्मान प्राप्त किया। श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन रखकर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि प्रस्ताव पारित किया गया।