हाथरस, नीरज चक्रपाणि। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा केंद्र की भाजपा सरकार की नाकामियों एवं जन विरोधी नीतियों के खिलाफ शहर अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन तहसील परिसर में किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन कानूगो को सौंपा गया। ज्ञापन में मोदी सरकार द्वारा 8 नवंबर 2016 की रात भारत के प्रधानमंत्री ने आतंकवादी वित्त पोषण की संभावनाएं काले धन एवं फर्जी मुद्रा को खत्म करने के लिए बहुत ही नाटकीय ढंग से घोषणा की कि 500 के नोटों को चलन से बाहर किया जाता है जिसके तहत एक झटके में देश की 15 पॉइंट 44 लाख करोड़ मुद्रा चलन से बाहर कर दी गई। इसके उपरांत लोगों को बैंक से अपनी पुरानी मुद्रा को बदलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और 100 से अधिक लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। रिजर्व बैंक के अनुसार इस दौरान 15 पॉइंट 4400000 करोड़ की चलन से बाहर की गई मुद्रा के परिपेक्ष में 15 पॉइंट 3100000 करोड वापस आ गई। नई मुद्रा को छापने की लागत 7965 करोड़ करोड़ आई। इस तुगलकी फरमान से आखिर क्या प्राप्त हुआ। इस नोट बंदी ने कई सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों को समाप्त कर दिया और कुटीर एवं छोटे सेक्टरों को मिटा दिया गया। दैनिक मजदूरी करने वालों को रोजी-रोटी से हाथ धोना पड़ा, भारत के सकल घरेलू उत्पादों में डेढ़ प्रतिशत की कमी आई। काले धन को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से 50 दिन का समय मांगा।
प्रधानमंत्री बतायें कि अब 2 साल के बाद नोट बंदी के असली लाभार्थी कहां है। इसका उद्देश्य कालेधन को खत्म करना था, बैंकों में 99 पॉइंट 3 प्रतिशत मुद्रा वापस आ गई और काला धन कहां गया। उन महिलाओं के लिए क्या जवाब है जिन्होंने आपके द्वारा जल्दबाजी में लिए गए निर्णय के कारण अपने परिवार के लिए रखी आजीवन बचत को खो दिया। भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आई एनपीए बढ़ता जा रहा है, रिजर्व बैंक असहाय क्यों है। अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बावजूद पेट्रोल डीजल की लगातार कीमतें क्यों बढ़ रही हैं। मुद्रास्फीति अपने उच्चतम स्तर पर होने के बावजूद सरकार असहाय क्यों है। अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपए की कीमत क्यों गिरती जा रही है।
शहर अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने स्थानीय मुद्दों पर भी स्थानीय प्रशासन और शासन को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुये कहा कि आज भाजपा के नेताओं द्वारा व्यापारियों से चैथ वसूली की जा रही है व सरेआम उनको फोन कर कर धमकियां दी जा रही हैं। लेकिन शासन प्रशासन मौन बना हुआ है। खुद भाजपा के लोग बैठक कर दोषी के खिलाफ बोलना पड़ रहा है। तब भी प्रशासन कुछ नहीं कर रहा। आखिर ऐसा क्यों जिन व्यापारियों ने भाजपा की सरकार बनाई उन्हीं व्यापारियों का शोषण कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस ने सदैव व्यापारियों के हित में योजना बनाई है और आगे भी व्यापारियों के साथ कांग्रेस खड़ी रहेगी। व्यापारियों को इस तानाशाही सरकार से डरने की जरूरत नहीं है और कल 13 नवंबर को सुबह 11 बजे शहर कांग्रेस कमेटी पुलिस अधीक्षक से मिलकर ज्ञापन देगी और उनसे मांग करेगी कि यदि व्यापारियों का शोषण नहीं रुका तो सड़कों पर उतर कर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य डॉ रविंद्र मोहन शर्मा, सुरेंद्र पाल शर्मा कबाड़ी बाबा, शरद उपाध्याय नंदा, राजपाल पुनिया एड., नारायण प्रसाद पिप्पल, अमृत सिंह पोनिया, अविनाश पचैरी, सेवादल के शहर चीफ आरके राजू, चरण सिंह, सरदार सुरजीत सिंह, पन्नालाल, जितेंद्र शर्मा आदि ने धरने को संबोधित कर मोदी की नाकामियों को बनाया और कांग्रेस की उपलब्धियों को बताया।
इस अवसर पर अजय किशोर गौड़ एड., शशांक पचोरी एड, कपिल नरूला, मुबीन खान, सलमा बेगम, मुन्नी देवी, विशाल उपाध्याय, मोहम्मद तौसीफ, मान देवी, यीशु देवी, चमेली देवी, मोहित, संजय कप्तान, संजय खान, अमर सिंह, संतोष उपाध्याय, विष्णु कुमार, गुड्डी देवी, चंद्रपति, हरीशंकर वर्मा, गिरिराज सिंह गहलोत, आकाश पौरूष, मोहम्मद अजीज, मोहम्मद शाह, साकिब मधुर, मनोहर शर्मा, विजेंद्र सिंह, ललित कुमार, श्रीमती रीना कप्तान आदि मौजूद थे।