इटावा, राहुल तिवारी। इटावा में बीएमएस डिग्री होल्डर डॉक्टर एलोपैथिक पद्धति से मरीजों का अवैध तरह से इलाज करते हैं। परिणाम स्वरुप मरीजों की मौत हो रही है। ऐसे ही एक डॉक्टर के इलाज ने कल एक मां की गोद सुनी कर दी।
इटावा जनपद में थाना इकदिल के इंगुरी मलपुरा गांव में एक बीएसएस डक्टर के इलाज से एक नवजात की मौत हो गयी। अपने नवजात की मौत से दुःखी मां का रो-रो कर बुरा हाल है। आरोपी डॉक्टर के गलत इलाज के कारण हुई नवजात की मौत के बाद जब परिजन आरोपी डॉक्टर के खिलाफ थाना इकदिल में रिपोर्ट दर्ज कराने गए तो पुलिस ने पीड़ित को थाने से टरका दिया।
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जब हमारे संवाददाता आरोपी डॉक्टर के क्लिनिक पर गये तो डाक्टर साहब के पास डिग्री तो बीएसएस की है। लेकिन डॉक्टर साहब मरीजों का इलाज एलोपैथिक पद्धति से करते नजर आए। बल्कि डॉक्टर साहब तो क्लिनिक के नाम पर पूरा फर्जी नर्सिंग होम चलाते मिले। जबकि डॉक्टर साहब सफाई ये दे रहे है कि उनका बेटा एमबीबीएस है। उसके ही नाम से वो नर्सिंग होम चलाते हैं।
इस मामले जब सीएमओ से पूंछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि बीएमएस डॉक्टर एलोपैथिक पद्धति से इलाज नहीं कर सकते यह अवैध है। उन्होंने इस मामले के जांच के आदेश डिप्टी सीएमओ को दे दिए है।
अगर बीएमएस डिग्री होल्डर डॉक्टर एलोपैथिक पद्धति से मरीजों का इलाज करते है तो यह अवैध है। ऐसे डाक्टरों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें जेल जाना चाहिए लेकिन इटावा में तो इसने उस पद्धति से इलाज कर नवजात की जान ली है। इस अपराध के बाद भी यह डॉक्टर बड़े आराम से अपना फर्जी नर्सिंग होंम चला रहा है।