फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। श्री शीतलनाथ दिगम्बर जैन नसिया जी मंदिर में प्रातः काल आचार्य ज्ञान सागर महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि प्रातः काल उठते ही जो प्रभु नाम की गोली लेते हैं प्रभु का अभिषेक करते हैं पूजन करते हैं उनके पुण्य का उदय समझो। आगे कहा जो प्रातः काल उठते ही गाली का प्रयोग करते हैं अपने हाथ में तलवार लेते हैं उनके पाप का उदय समझो। उन्होंने कहा प्रातः काल उठते ही कुछ लोग टीवी देखने में इतने मशगूल हो जाते हैं देव दर्शन को ही भूल जाते हैं। ध्यान रखना अगर टीवी देखते तो आपकी आंखों की रोशनी कम हो सकती है। प्रभु का दर्शन करके आंखों की ज्योति आ जाती है। अतः कभी भी प्रभु के दर्शन करने में प्रमाद नहीं करना चाहिये। आचार्य जी ने कहा कि प्रभु के पास जाकर अशान्त मन शान्त हो जाता है। जीवन रूपी डिस्चार्ज बैटरी चार्ज हो जाती है। बीपी संतुलित हो जाता है। आज के वैज्ञानिकों ने अनेक ऐसे तथ्यों की खोज की है, जिनकी चर्चा आप समाचार पत्रों आदि में पढ़ते हो। गुरूओं की वाणी को सुनना जब से बंद कर दिया है प्रभु का पूजन बंद कर दिया है तब से ही घरों में अशांति, तनाव, द्धंद, डिप्रेशन चल रहे हैं। घरों में अगर सुख शांति का झरना बहाना चाहते हो तो पुनः अपने घरों में देव शास्त्र गुरू की संस्कृति से जुड़ो। प्रवचन से पूर्व धर्मसभा का शुभारंभ पं. राजेश ने किया। ब्रहमकुमारी अनीता दीदी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। दोपहर में दो बजे से स्वाध्याय, छह बजे गुरूभक्ति एवं आरती हुई। बाहर से आने वाले अतिथियों का सम्मान किया गया।