हाथरस, नीरज चक्रपाणि। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दिन 25 फरवरी को एक साल से 19 साल तक के बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा खिलाई जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को एक बैठक कर जिला स्तरीय ब्लॉक प्रशिक्षकों को अभिमुखीकरण किया। बैठक में जिला सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी एबीएसए विद्यालय निरीक्षक के प्रतिभागी सीडीपीओ व स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रही।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में संपन्न हुई बैठक में मौजूद लोगों को एसीएमओ व जिला कार्यक्रम प्रभारी चिकित्सक डॉ. विजेंद्र सिंह व उनकी टीम ने इस अभियान में आने वाली दिक्कतों से रूबरू कराते हुए उनके समाधान बताएं। बैठक में मौजूद लोगों ने भी अपनी बातें रखी। विजेंद्र सिंह ने बताया कि यह दवा 25 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि दिवस के दिन एक से 19 साल तक के बच्चों को खिलाई जानी है ।यदि किसी कारणवश कुछ बच्चे उस दिन छूट जाते हैं तो यह दवा उन्हें एक मार्च को खिलाई जाएगी ।उन्होंने बताया यह कार्यक्रम सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। जो वर्ष में दो बार चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि गणना के आधार पर जिले में एक से 19 साल तक के करीब सात लाख बच्चों को यह दवा दी जाएगी।सासनी स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी डा. प्रदीप रावत ने बताया कि पेट में कीड़े होने पर बच्चों में खून की कमी हो जाती जिससे वह कमजोर हो जाते हैं और उन्हें उल्टी दस्त पेट दर्द की शिकायत भी रहती है।इस दावा के कहने से उनकी यह समस्याएं दूर हो जाएंगी और बच्चा स्वस्थ हो जाएगा। सिकंदराराऊ के एबीआरसी रवेन्द्र दीक्षित ने बताया कि उन्हें एनडीटी और मोक के बारे में विस्तार से बताया ।उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान कुछ समस्याएं भी आती हैं उन्हें दूर करने के बारे में सुझाव भी दिए गए हैं।