सासनी, हाथरस, जन सामना ब्यूरो। हमारे दार्शनिकों ऋषि मुनियों से जीवों पर दया, दान, धर्म आदि पुण्य कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। वहीं शास्त्रों में भी लिखा है, कि किसी को जाने अनजाने में कोई नुकसान मत पहुंचाने की कोशिश मत करो। मगर जीव जंतुओं और प्रकृति की रक्षा और अदृश्य रुप से या दृश्य रुप से सदैव भगवान करते हैं। मगर मानव द्वारा मानव सेवा ही सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। दीन दुखियों तथा जरुरतमंदों की मदद करने पर जो पुण्य उनकी दुआओं से मिलता है। वह कई सौ बार तीर्थयात्रा करने के बाद भी नहीं मिलता।
इतवार को यह विचार राधाकृष्ण वेलफेयर सोसाइटी अलीगढ़ की संस्थापक एवं सचिव श्रीमती कमलेश यादव ने मकर संक्राती के पावन पर जरुरतमंद महिला पुरुष व बच्चों को खिचड़ी, कम्बल व गर्म कपड़े बांटे जाने के दौरान प्रकट किए। श्रीमती यादव ने बताया कि मकर संक्राती पर्व सर्वाधिक दान करने का महोत्सव है। संस्था द्वारा पूर्व में भी इस प्रकार के दान पुण्य आदि किए जाते रहे हैं। जिससे जरुरतमंद और असहाय महिला व युवतियों किशोरियों का सर्वांगीण विकास शामिल है। इतवार को संस्था के पदाधिकारियों ने .ण्णा नगर अलीगढ़ की जरुरतमंद एवं असहाय महिला, पुरुष एवं वृद्धों को खिचड़ी सहभोग के साथ कम्बल एवं बच्चों को गर्म कपड़े बांटकर लोगों को दान पुण्य से मन की शांति का अनुभव करने की प्रेरणा दी। उन्होंने अन्य संस्थओं तथा लोगों को प्रतिदिन एक पुण्य कार्य करने की सलाह दी। इस दौरान उषा सिंह, आशा यादव, माधवी अग्रवाल, अंजू यादव, रश्मि यादव, सुशीला देवी,मुन्नी देवी, तारा देवी, मधु देवी, रीना, जगवती, पुष्पा देवी, दुर्गेश देवी, राजेश देवी, मीना देवी, किरन देवी, सरोज देवी, नीरज देवी आदि का विशेष सहयोग रहा।