सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। कोतवाली क्षेत्र के गांव बिजाहरी में छर्रा लगने से एक महिला घायल होने के बाद फायरिंग करने वाले रिटायर्ड फौजी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है, पुलिस ने उसकी निशानदेही से बारह बोर की दुनाली बंदूक केा भी बरामद कर लिया है। वहीं घायल महिला का उपचार अलीगढ में चल रहा है।
बता दें कि विजयगढ रोड कैलाशधाम कालोनी में गांव सीकुर निवासी जुगेंद्र सिंह ,हरवीर सिंह पुत्र मनोहर सिंह अपना अलग अलग मकान बनाकर रहते है। जिसमें हरवीर सिंह सेना से रिटायर्ड फौजी है। जबकि उसका भाई जुगेंद्र अभी सेना में कार्यरत है। ग्राम खेरिया की मूल निवासी उर्मेश देवी पत्नी किशन पाल हाल निवासी कृष्णा नगर स्थित जुगेंद्र सिंह के मकान में किराये पर रहती है। सोमवार को नशे की हालत में हरवीर सिंह अपने हाथ मे बन्दूक व कारतूस लेकर जुगेन्द्र सिंह के मकान पर आ धमका और ताबड़तोड़ फायर करने लग गया। फायर की आवाज सुनकर उर्मेश मकान के ऊपर से झांकने लगी तभी अचानक बन्दूक से चली गोली से छर्रा लगने से घायल हो गई। जिसे परिजन उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उसे अलीगढ रेफर कर दिया। उधर आरोपी फरार हो गया था। मंगलवार को कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी रिटायर्ड सेना का जवान कहीं भागने की फिराक में न्यू बिजलीघर के सामने खडा हैं कस्बा इंचार्ज एसआईशांतिशरण यादव ने अपने हमराह विजय कुमार और मनोज कुमार के साथ सूचना के आधार और मुखबिर के इशारे पर आरोपी हरवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर घर से तीन चले हुए कारतूस खोखा तथा डीबीबीएल गन को बरामद कर लिया। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अंतर्गत अभियोग पंजीकृतकर अरोपी को जेल भेजा है।
’पुलिस भर्ती कर समाज सेवा करना चाहता था’ हरवीर
सेना से रिटायर्ड होने के बाद वह एक प्राईवेट कंपनी में अपनी डीबीबीएल गन के साथ सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था। उसने पुलिस भर्ती की तैयारी शुरू कर दी थी। वह पुलिस में भर्ती होकर देश सेवा के बाद समाज सेवा करना चाहता था। मगर शराब के नशे में उससे यह कृत्य हो गया, जिससे उसके सभी अरमान धरे रह गये।
जेल जाने पर विलख पडे़ परिजन
पुलिस द्वारा कार्रवाई कर अरोपी को जेल भेजने की तैयारी की जा रही थी। तभी परिवार की महिलायें कोतवाली पहुंच गईं और हरवीर के जेल जाने को लेकर फफक-फफक कर रोने लगी। पुलिस के समझाने के बाद महिलायें शांत हुईं और घर वापस गई। उधर परिजन र्पीिडता से समझौता करने का भ प्रयास करने में जुटे हैं।