चकिया/चन्दौली, दीपनारायण यादव। गर्मी का मौसम शुरु होते ही क्षेत्र में प्रतिदिन कहीं न कहीं आगजनी की घटनाएं हो रही है, कहीं घर में आग तो कही बांस की कोठी में आग कहीं फसलों सहित भूसें में आग। परन्तु सरकार के पास केवल जनता के मन की आग को शान्त करने की तरकीब मौजूद है। क्योकि इतनी बड़ी तहसील में केवल एक फायर सर्विस की गाड़ी का क्या मतलब है? जब तक गाड़ी मौके पर पहुंचती है तब तक आग अपना पूरा काम कर शान्त हो गयी होती है। 90प्रतिशत अग्नि काण्ड़ों में गाड़ी के पहुंचती से पहले ही जो होना होता है हो गया होता है। फायर सर्विस के पास भी मजबूरी है क्षेत्र बड़ा होने के साथ ही संसाधनों का अभाव इनके साथ जुड़ा है वहीं आम जनता की अपेक्षाओं का दबाव भी इनके सर चढ़ कर बोलता है। अब तक क्षेत्र में लगभग डेढ़ दर्जन के आस पास छोटे बड़े अग्नि काण्ड़ हो चुके है। जहां संसाधनों का अभाव व जर्जर गाड़ी की समस्या साफ देखी जा रही है। नव सृजित नौगढ़ तहसील के समस्त गांव भी चकिया फायर सर्विस के सहारे है क्योकि अभी नौगढ़ के लिए किसी गाड़ी का एलाटमेंट नहीं हुआ है, इतने बड़े क्षेत्र में अग्निकांड होने पर ग्रामीणों की ही बहादुरी काम आती है।