Tuesday, November 26, 2024
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मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने किया पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण

लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए कड़े निर्देश दिये हैं कि निर्माण कार्य में और अधिक तेजी लाकर आगामी अगस्त, 2020 तक प्रदेश की जनता को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे यातायात हेतु उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे निर्माण हेतु आवश्यकतानुसार अवशेष जमीन का अधिग्रहण आगामी 15 दिन में अवश्य पूर्ण करा लिया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि जून माह के अंत तक बिजली की लाइन ट्रांस्फार्मर आदि अन्य शिफ्टिंग का कार्य भी पूर्ण करा लिया जाये। मुख्य सचिव आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के विभिन्न फेजों का अमेठी, सुल्तानपुर, गाजीपुर एवं आजमगढ़ में स्थलीय निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई (340.824 किमी) का 10 प्रतिशत भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि विगत 01 जून, 2019 तक 91.53 प्रतिशत क्लियरिंग और ग्रबिंग का कार्य और 47.10 प्रतिशत मिट्टी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ ही 96.06 प्रतिशत जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है, शेष जमीन का अधिग्रहण भी शीघ्र ही पूरा करा लिया जायेगा।मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपीडा, अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को 08 पैकेजों में विभक्त कर एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जनपद लखनऊ में लखनऊ-सुल्तानपुर मार्ग (ग्राम-चांदसराय) से प्रारम्भ होकर जनपद गाजीपुर में (ग्राम-हैदरिया) राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 31 पर समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे की कुल लम्बाई 340.824 किमी0 है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण 06 लेन चौड़ाई में तथा सभी स्ट्रक्चरर्स 08 लेन चैड़ाई के निर्मित किये जा रहे है। मार्ग के एक ओर स्टैगर्ड रूप से सर्विसरोड का निर्माण कराया जायेगा। एक्सप्रेस-वे पूर्णतयः प्रवेष नियंत्रित होगा। मीडियन की चैड़ाई 5.5 मी0 रखी गयी है। उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे का क्रास करने वाले मुख्य यातायात मार्गों पर वाहनों के आने-जाने हेतु इण्टरचेंज, पदयात्री वाहनों हेतु अण्डरपास तथा टोल प्लाजा के निर्माण का प्राविधान परियोजना में किया गया है। परियोजना में पैकेज सं0 04 में कूड़ेभार के निकट हवाई पट्टी का निर्माण कराया जायेगा। यातायात की सुरक्षा हेतु एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का कार्य परियोजना में सम्मिलित है।अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पूर्व प्रस्ताव में एक्सप्रेस-वे से राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 233ध्28 (आजमगढ़-वाराणसी सेक्शन) तक 12.25 किमी0 लम्बाई का लिंक प्रस्तावित किया गया था। एन0एच0ए0आई0 द्वारा आजमगढ़ शहर के लिये बाईपास प्रस्तावित करने, जो राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 233ध्28 से वाराणसी को आगे जोड़ेगा, के दृष्टिगत वाराणसी लिंक को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना से हटाया गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर राष्ट्रीय राजमार्ग सं0 233ध्28 से प्रवेष एवं निकासी हेतु इण्टरचेंज प्रस्तावित है, जिससे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से वाराणसी के लिये कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपीडा ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना की वर्तमान स्वीकृत लागत रू0 23,349.37 करोड़ है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के आठों पैकेजों सिविल कार्यों की निविदा रू0 11,216 करोड़ की प्राप्त हुई है, जो परियोजना के सिविल कार्यों की आगणित लागत रू0 11836.02 करोड़ से 5.24 प्रतिशत कम है व इससे शासन को रू0 619.92 करोड़ की बचत होगी।अवनीश अवस्थी ने बताया कि पैकेज सं0-01 में मैसर्स गायत्री प्रोजेक्ट्स लि0, पैकेज सं0-04 में जी0आर0 इंफ्राप्रोजेक्ट्स लि0, पैकेज सं0-5 में पी0एन0सी0 इंफ्राटेक लि0, पैकेज सं0-6 में पी0एन0सी0 इंफ्राटक लि0, पैकेज सं0-07 में जी0आर0 इंफ्राप्रोजेक्ट्स लि0, पैकेज सं0-8 में ओरियन्टल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स प्रा0 लि0 द्वारा क्लीयरिंग एवं ग्रबिंग तथा मिट्टी का कार्य किया जा रहा है।स्थलीय निरीक्षण एवं समीक्षा कार्यक्रम में सम्बंधित जनपदों के जिलाधिकारी तथा सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।