चकिया/चन्दौली, दीपनारायण यादव। ह्यूमन लिबर्टी नेटवर्क व मानव संसाधन एंव महिला विकास संस्थान के सहयोग से विगत दिनों मानव तस्करों से आजाद हुए बच्चों के साथ संस्थान ने सोमवार को वन विश्राम गृह में एक बैठक आयोजित कर मानव तस्करी के रोकथाम एंव मानव तस्करों के प्रति कड़े कानून बनाने की अपील की। इस दौरान बताया गया कि जिले के सुदूर क्षेत्र नौगढ़, चकिया, शहाबगंज क्षेत्रों से दलित व बनवासी समुदाय के नाबालिक बच्चों को अच्छे काम व पैसे का लालच देकर कुछ लोग गुजरात में साड़ी छपाई कारखानों में फंसा दे रहे है, जिनसे जबरिया काम कराया जाता है, तथा उनका विभिन्न प्रकार का शोषण किया जाता है। जिन्हें हमारी संस्था ने मुक्त कराया है, तथा मानव तस्करी के खिलाफ लोगों को जागरूक किया है। इस सम्बन्ध में संस्थान के कार्यक्रम समन्वयक गणेश विश्वकर्मा ने बताया कि हम लोग दो प्रदेशों के साथ मिल कर बंधुआ मजदूरी से बच्चों के आजादी पर कार्य कर रहे है, यह बच्चे इसी साल छूट कर आये है, इन बच्चों को काम के नाम पर घर से कुछ लोगों द्वारा ले जाया गया था, उन्होंने बताया कि यह बच्चे पीतपुर, समरियां तथा ढ़ोढ़नपुर के है, एक वर्ष पहले यह बच्चे यहां से बाहर गये थे, कुछ बच्चों को संस्थान मार्च में यहां लायी तथा कुछ बच्चों को संस्थान जुलाई में मुक्त करा सकी। उन्होंने बताया कि बंधुआ मजदूरी के खिलाफ हमारी संस्था दस सालो से कार्य कर रही है, हमारी संस्था के लोग इस क्षेत्र के अब तक दो ढ़ाई सौ लोगों को बाहर से मुक्त करा कर ला चुके है। इस मामले में उन्होंने बताया कि जिला और स्थानीय प्रशासन का भरपूर सहयोग हम लोगों को मिलता है। इस मौके पर संस्थान के प्रभात सिंह यादव, विजय कुमार, राधिका सिंह, विजय कुमार, जितेन्द्र कुमार तथा अशोक मौजूद रहे।