निन्दा स्तुति मान अपमान में एक समान रहने वाला ही योगी
हाथरस, जन सामना संवाददाता। वर्ष में दो बार देवियों की विशेष पूजा होती है। यह पवित्रता की ही पूजा होती है। पवित्रता ही सुख शान्ति की जननी है। निन्दा, स्तुति, मान अपमान सभी में एक समान रहने वाला ही सच्चा योगी है। यह अभिव्यक्ति प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अलीगढ़ रोड स्थित आनन्दपुरी केन्द्र पर प्रातःकालीन सत्र में राजयोग शिक्षिका बी.के.शान्ता बहिन ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि चाहे सम्मान मिले या अपमान मिले, योगियों को हर परिस्थति में एक समान और निरंहकारी होकर रहना होता है। ब्रह्मा बाबा संसार में इतनी बड़ी हस्ती होते हुए भी निरंहकारी और निर्मान होकर रहे। जो निमित्त बनकर संसार में कर्म करता है वही इस स्थिति को प्राप्त करता है। प्रातःकालीन राजयोग सत्र के पश्चात बी.के.दुर्गेश बहिन, बी.के. नीतू बहिन, बी.के. कोमल बहिन, बी.के. मोनिका बहिन, बी.के. वन्दना बहिन, बी.के. गौरा बहिन आदि का सम्मान पुष्पेन्द्र सिंह, भीमसैन आदि द्वारा किया गया।
इस अवसर पर बी.के.कैप्टन अहसान सिंह, जितेन्द्र कुमार, पुष्पेन्द्र, रामेश्वर दयाल, पूर्व फौजी केशवदेव, मनोज कुमार, ममता माता, वंदना बहिन, विमलेश बहिन, उर्मिला बहिन, पार्वती, शीला माता, सी.पी. शर्मा, राजेश शर्मा, ओमप्रकाश, सरोज, सोन देवी, वेदवती, प्रदीप शर्मा, प्रेम आहूजा, एडवोकेट विक्रम सिंह, जितेन्द्र सिंह, गजेन्द्र सिंह, चरन सिंह सहित दर्जनों ब्रह्मावत्स उपस्थित थे।