पीड़ित ने जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार, आत्म हत्या को मजबूर कर रहे अधिकारी
शिवराजपुर/कानपुर, जन सामना संवाददाता। प्रधानमंत्री आवास योजना में शिकायती पत्र की जांच में जबरन मनचाही रिपोर्ट लगवाने व आत्म हत्या पर मजबूर करने के आरोप चपरासी राजेन्द्र द्वारा ईओ प्रवीण दुबे, लिपिक अतुल दुबे, अध्यक्ष विनोद तिवारी पर गम्भीर आरोप लगाए गए है। आपको बता दे कि चपरासी ने जिलाधिकारी कानपुर कार्यालय पहुंच न्याय की गुहार लगाई है। वही आरोप ये भी लगा है की मनमानी रिपोर्ट न लगाने पर आउट सोर्सिंग पर ड्राइवर पद पर पुत्र रामलखन नगर पंचायत शिवराजपुर में कार्यरत है रिपोर्ट न लगाने पर पुत्र को नौकरी से निकाल दिए जाने की लगातार धमकी दी जा रही है कि रिपोर्ट न लगाया तो उसको भी निकाल देगे जैसे पूर्व माह में 5 लोग आउट सोर्सिंग में लगे कर्मचारियों को निकाला गया था। अध्यक्ष सत्ता पक्ष की दबंगई में अधिकारी चपरासी राजेंद्र को मानसिक परेसान कर रहे है। वही चपरासी ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई गई है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच उच्च अधिकारी द्वारा कराया जाए और मुझे इस कार्य से मुक्त किया जाए। पूर्व अधिशासी अधिकारी द्वारा सरकारी मुकदमे की पैरवी के लिए नामित किया गया था और आज तक पैरवी माती न्यायालय कानपुर देहात में कर रहा है उसका वर्तमान अधिकारी व लिपिक यात्रा भत्ता देने से इंकार कर रहे है। जिसको पीड़ित ने दिलाये जाने की मांग की है। वही पीड़ित ने बताया है मुझे लगातार परेशान किया जा रहा है जिसके कारण मानसिक रूप से परेशान, आत्म हत्या को मजबूर किया जा रहा है अगर मेरी मौत होती तो उक्त लोग जिम्मेदार होगे। वही पीड़ित कर्मचारी अरुण कुमार, रोहित कुमार, हामिद व राजेन्द्र ने प्रेसक्लब कानपुर पहुंच मामले को पत्रकार संगठन को अवगत कराया है। इस बारे जिलाधिकारी विश्वास कुमार पन्त ने बताया कि मामला उपजिलाधिकारी हिमांशु गुप्ता से जांच कर प्रस्तुत करने को आदेशित किया गया। मामले की जांच कर कार्यवाही की जायेगी।
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