सासनी/हाथरस, जन सामना ब्यूरो। भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में तैयारियां जोरो पर है। मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियों में जुटे भक्तों ने बताया कि श्री रामलीला में महादेव मंदिर, श्री राधाकृष्ण मंदिर, श्री चिंताहरण मंदि, चामण मोहल्ला मंदिर, पथवारी मंदिर बडे श्री हनुमान मंदिर, शनिदेव महाराज मंदिर सहित तमाम मंदिरों में भक्त साज सज्जा के लिए दो दिन पूर्व ही लग गये हैै। इस बार भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में आचार्य खगेन्द्र शास्त्री और राजकृष्ण शास्त्री ने संयुक्त रूप से बताया कि 23 अगस्त दिन-शुक्रवार तिथि-सप्तमी प्रातः 08 बजकर 08 मिनट तक रहेगी अतः 23 अगस्त, शुक्रवार प्रातः -08 बजकर 08 मिनट के बाद, अष्टमी प्रारम्भ हो जायगी। जो कि 24 अगस्त दिन-शनिवार,प्रातः 08बजकर 31 मिनट तक रहेगी, नक्षत्र-रोहिणी प्रातः 03बजकर 47 मिनट से प्रारम्भ होकर, 24 अगस्त, शनिवार की प्रातः 04 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। अतः श्रीमद्भागवत जी के अनुसार योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, भाद्रपद कृष्ण पक्ष में हुआ था। अतः ये सयोंग दिनांक -23 अगस्त 2019 दिन -शुक्रवार रात्रि-12 बजे बन रहा है । इसी मत के अनुसार अष्टमी तिथि को ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती हैं जो कि 23 अगस्त शुक्रवार को तिथि ओर नक्षत्र एक साथ आरहे है अतः 23 अगस्त शुक्रवार की ही श्री कृष्ण जन्माष्टमी रहेगी। अतः ऐसे शुभ सयोगः पर सभी अपनी अपनी राशि के अनुशासन फल व फूलदार एक एक वृक्ष अवश्य लगाए भगवान श्री कृष्ण की आशिन कृपा प्राप्त होगी।