Thursday, November 7, 2024
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डीएम ने जनपदस्तरीय गोष्ठी/किसान मेला का किया शुभारम्भ

कृषकों को सही गणवत्तापूर्ण बीज कृषि विभाग उपलब्ध कराना करें सुनिश्चितः डीएम
किसान धान क्रय केन्द्रों पर अधिक से अधिक लायें धान तथा कृषक करायें रजिस्ट्रेशन: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। माती मुख्यालय स्थित ईको पार्क के सभाकक्ष में जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजना अन्तर्गत गोष्ठी/किसान मेला का आयोजन हुआ। गोष्ठी/किसान मेला का जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह फीता काटकर व दीप प्रज्जवलित कर किया। डीएम व सीडीओ द्वारा कार्यक्रम में लगे कृषि विभाग, जिला कार्यक्रम विभाग, मत्स्य विभाग, बैंक आफ बडौदा आदि के स्टालों का अवलोकन किया गया। डीएम व सीडीओ को किसान बाबू लाल निषाद द्वारा लगाये फल, सब्जी के स्टाल व जिला कार्यक्रम विभाग से सीडीपीओ अकबरपुर रामकिशोरी त्रिपाठी के द्वारा लगाये गये स्टाल में व्यंजनो की विधिवत जानकारी दी गयी। वहीं अनेक प्रकार के लगे कृषि यंत्रों का भी अवलोकन किया तथा कृषकों से अपील की कि यह नये किस्म के यंत्र अब आ गये है इन्हें उपयोग करे और अपनी आय को बढ़ाये। गोष्ठी/किसान मेला में कृषकों को फसलों से सम्बन्धित कृषि वैज्ञानिकों द्वारा नवीन तकनीकी जानकारी उपलब्ध करायी गयी तथा उनकी कृषि संबंधी समस्याओं का निराकरण भी किया गया। कृषि एवं अन्य सेक्टरों से सम्बन्धित सभी योजनाओं की जानकारी जिससे अधिक से अधिक कृषक लाभ उठा सकें इसके लिये विभिन्न विभागों द्वारा स्टाॅल लगाकार कृषकों को सस्ते दरों पर बीज, कृषि यन्त्र, विभिन्न प्रकार की सब्जियों, मत्स्य, खाद, रसायनिक दबा आदि का विक्रय हेतु प्रदर्शन भी किया गया। गोष्ठी/किसान मेला में गेंदा, गुलाब, मिर्च, अमरूद आदि की खेती से संबंधित किसानों को पम्पलेट भी निःशुल्क वितरित किया गया। पशुओं में बीमारी एवं बांझपन की जागरूकता सम्बन्धी आदि ज्ञान परक की जानकारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा दी गयी। पम्पलेट फोल्डर पाकर किसान पाकर किसानों ने खुशी जाहिर की।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अब धान की फसल की कटाई का समय है तथा जनपद में 53 धान क्रय केन्द्र बनाये गये है तथा 1 नवम्बर से सभी केन्द्र संचालित हो गये है। जिनमें कृषक अपनी धान की फसल विक्रय कर सकते है। उन्होंने कहा कि किसानों को अगर कोई भी दिक्कत आती है तो वह कन्ट्रोल रूम नम्बर 05111-271444 पर अपनी समस्या को बता सकते है तथा उसका निराकरण किया जायेगा तथा हमारे कैम्प कार्यालय में अभी अवगत करा सकते है जिसका संज्ञान लेकर उसका हल कराया जायेगा। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कृषकों को सभी बीज उपलब्ध कराया जाये तथा कोई खराब बीज आदि देता है उसके खिलाफ कडी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कृषकों से अपील की कि कृषक अधिक से अधिक धान विक्रय हेतु अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन कराये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत जिन किसानों की अगर वह बीज बोता है तो वह नही जमता है तो उसका भी प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना के अन्तर्गत लाभ दिलाने हेतु हमारे माध्यम से भारत सरकार को पत्र लिखा जायेगा जिसके अनुमोदन होने के बाद उन किसानों को भी योजना के तहत लाभ देने का काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नहरों की सफाई का कार्य कराने व नल कूप ठीक कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गये है जिससे कि समय से किसानों को पानी मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि जनपद में उन्नतिशील खाद व बीज की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कृषकों का आहवान करते हुए कहा कि वे कृषि विधिकरण व जैविक खेती का प्रयोगकर उत्पादकता में वृद्धि लायें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की आये वर्ष 2022 में दोगुनी करने का लक्ष्य है। यह तभी संभव होगा जब किसान भी अपने मन मस्ष्तिक में कृषि के प्रति पूरी लगन से कृषि करें। किसान अपने खेत खाली न रखे। कृषि विविधिकरण तकनीकी अपनाये। किसान देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाता है, किसान की प्रगति से ही देश की प्रगति सम्भव है। कृषि विकास के क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं। डीएम ने मुख्य बिन्दुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने कहा कि शासन प्रशासन व समाज के लोग भी अब किसानों के हितों के लिए आगे बढ़ रहे हैं। किसानों की तरक्की के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कहा कि किसान नयी सोच के साथ आगे बढे और कृषि उत्पादकता को बढ़ायें और अपना जीवन यापन करें। उन्होंने कहा कि महिलायें भी कृषि के क्षेत्र में आगे रहती है। शासन ने किसानों को बड़ी मात्रा में राहत उपलब्ध कराई है। किसान को नए-नए ज्ञान व नई नई तकनीक जानकार अपनी कृषि को बढ़ाना है। भूमि के उपजाऊपन बढ़ाने व कृषि नीति बनाने में मदद मिलती है। किसान अपना अवस्थापना केन्द्र जनपद में ही बनाए तथा विवादों से दूर रहकर कृषि विकास की ओर देखें। उन्होंने कहा कि किसान को अपनी खेती से आर्गेनिक खेती की ओर अधिक जोर देना चाहिए इसके लिए किसान को जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए।
इस मौके पर उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव, जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार, जिला कृषि अधिकारी सुमित पटेल, भूमि संरक्षण अधिकारी अशोक कुमार, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी, अग्रणी जिला प्रबन्धक ब्रज मोहन, अधिशाषी अभियंता नलकूप डीके आर्या, सिंचाई दीपक सिंह, वैज्ञानिक डा0 अरविन्द कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 एपी सिंह ने भी गोष्ठी में सम्बोधित किया। इस मौके पर कृषक बाबूलाल निषाद ने जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी को माला व पपीता का पौधा देकर सम्मानित किया।