कानपुर, कमल मिश्रा। होली का पर्व सामने है और शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह धड़ाम हो चुकी है। भले ही विभाग द्वारा सफाई के दावे किये जा रहे हो लेकिन हकीकत केवल शहरवासी ही जानते है। जगह-जगह लगे कूड़े के अम्बार स्वयं ही सफाई की हकीकत बयां कर रहे है। शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से धड़ाम हो चुकी है। हर गलियो, सड़कों और चैराहों पर कूड़े के ढ़ेर लगे है। ज्यादा खराब स्थिति धनी आबादी वाले क्षेत्रो की है जहां लोगों का जीना दूभर है। जनता की माने तो न तो सही समय पर झाडू लगती है और न ही कूड़ा का उठान होता है। नालियो की सफाई को तो अर्सा बीत चुका है। सिल्ट से भरी नालियों से न होकर अब जलभराव सड़कों पर होने लगा है। आज भी शहर के कई मुख्य प्वाइंट ऐसे में जहां कूड़ा डंप होता है जिसमें नई सड़क, उर्सला अस्पताल, जीटी रोड पर कई स्थानो पर 80 फिट रोड, हैलट अस्पताल रोड जैसे दर्जनों जगह है जहां बडे पैमाने पर कूडा डंप किया जाता है। बडी समस्या यह कि यहां कूडे का उठान नियमित नही है जिससे कूडा सड़को पर फैलता है और सड़ान के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सालों से नही निकाली गयी नालियों से सिल्ट
ग्वालटोली, अहिराना क्षेत्र में बीते कई सालों से नालियों में सिल्ट जमा है जिसे सफाई कर्मचारियों द्वारा साफ नही किया गया। पाषर्द से कई बार शिकायत करने पर भी वह अनसुनी कर देता है। क्षेत्र के निवासियों और दुकानदारों की माने तो ग्वालटोली बाजार और पीछे अहिराना रोड किनारे की नालियों की सालों से सफाई नही हुई है। पुरानी और गहरी नालिया सिल्ट के कारण भरी पडी है। विभाग में शिकायत के बाद पार्षद से भी कई बार कहा गया लेकिन उसने एक न सुनी और मुसीबल लोगो को उठानी पड रही है।
गंदे जल की आपूर्ति से परेशान लोग
ग्वालटोली क्षेत्र में बीते दो-तीन महीनो से लगातार सरकारी नलांे से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। कई बार समाचार पत्रों और शिकायतो पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गयी। बताया जाता है कि क्षेत्र में पुरानी पडी पाइप लाइने जर्जर हो गयी। वहीं कुछ लाइने टूटी है जो नाली के किनारे है ऐसे में सीवर और गंदा पानी स्वच्छ पानी के साथ मिलकर नलो से आ रहा है। पानी की गंदगी और बदबू के कारण उसका किसी भी प्रकार से उपयोग नही किया जा सकता। वहीं क्षेत्र के कई हैंडपंप भी खराब पडे है। पार्षद की निष्क्रीयता के कारण लोगो को परेशानी उठानी पड रही है।