घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। देश के प्रथम राष्ट्रपति की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत स्थानीय न्यायालय सिविल जज जूनियर डिविजन हाल में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर सिविल जज जूनियर डिवीजन रामगोपाल यादव ने समस्त न्यायालय कर्मियों व मौजूद स्थानीय अधिवक्ताओं को राष्ट्र हित, समाज हित, राष्ट्र सेवा एवं कर्तव्य परायणता की शपथ दिलवाई। सिविल जज जूनियर डिविजन रामगोपाल ने बताया कि देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद वकील, पत्रकार के साथ ही साथ देशभक्त राजनीतिक भी थे। जिन्होंने अंग्रेजों भारत छोड़ो, नमक सत्याग्रह आदि आंदोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा पत्रकार के तौर पर उन्होंने “सर्च लाइट” वह “देश” नामक पत्रिका का प्रकाशन किया। उन्होंने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए भी आंदोलन चलाया। कांग्रेस सरकार में खाद्य एवं कृषि मंत्री पद को भी सुशोभित किया। 1950 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने तथा 1957 में दोबारा इसी पद पर नियुक्त किए गए। उन्हें 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। लोकप्रिय होने के कारण उन्हें देश रत्न और राजेंद्र बाबू के नाम से भी जाना जाता था। इस अवसर पर वरिष्ठ लिपिक शिवराम पचौरी, विमलेश तिवारी सहित समस्त न्यायालय कर्मी व अधिवक्ताओं को मिष्ठान वितरण किया गया। तथा सब ने एक दूसरे को जयंती की बधाई दी।