हाथरस नीरज चक्रपाणि। दून पब्लिक स्कूल के तत्वावधान में अनपढ़ नारियों को सक्षम बनाने की एक सुन्दर पहल हुई है। जिसके अन्तर्गत विद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा गांव मीतई में एक स्थान निर्धारित कर अनपढ़ नारियों को चिन्हित किया और उन्हें विद्यालय की ओर से निःशुल्क पढ़ाई से संबंधित सम्पूर्ण सामिग्री देकर पढ़ाना प्रारम्भ किया। शिक्षिकाओं ने अनपढ़ नारियों को पढ़ाई से संबंधित अनेक क्रियाकलापों द्वारा आकर्षित कर शिक्षा का महत्व बताया और समझाया कि पढ़ना प्रत्येक नारी के लिये आवश्यक है। क्योंकि पढ़ाई ही वो सर्वोत्तम धन है जिसे न तो चोर चुरा सकते हैं और न ही इसे भाई बन्धु बांट सकते हैं। गांवों की महिलाओं ने इसमें भरपूर रूचि दिखाते हुये पढ़ाई की और विशेष रूझान दिखाने लगीं। सबसे पहले उन्होंने अपना नाम लिखना, समय पर आना-जाना। इसके बाद अक्षर ज्ञान, मोबाइल नम्बर और गिनतियां सीखीं। उन नारियों का उत्साहवर्द्धन व अन्य नारियों को प्रोत्साहन देने के लिये दून पब्लिक स्कूल ने उन्हें अपने मंच पर बुलाकर ए.डी.जे. एस. एन. त्रिपाठी से प्रमाणपत्र व प्रतीक चिन्ह दिलवा कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक अनूठी पहल है जो आने वाली पीढ़ी को भी प्रोत्साहित करेगी। दून पब्लिक स्कूल की पहल का उद्देश्य केवल सम्पूर्ण नारी जाति को शिक्षित और आत्म निर्भर बनाना है। विद्यालय आगे भी इस क्षेत्र में प्रयासरत है।