
सोरांव के युसुफपुर गांव निवासी विजय शंकर तिवारी गुजरात के सूरत में प्राइवेट नौकरी करते थे। उनका बेटा सोनू विक्रम चलाता था। वह यहां पत्नी सोनी और बेटे और बेटी के साथ रहता था। विजय शंकर इन दिनों नए साल पर घर आए हुए थे। शनिवार रात पांच लोगों खाने के बाद घर में सोए हुए थे। सुबह काफी देर तक विजय शंकर के घर का कोई सदस्य बाहर नहीं निकला तो पड़ोसियों को शक हुआ। गांव के लोग विजय शंकर के घर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर सन्न रह गए।
तो रंजिश में हुई वारदात
अंदर पांच लोगों का खून से लथपथ शव देखकर लोग सन्न रह गए। सूचना पर सीओ सोरांव, एसपी गंगापार, एसएसपी समेत अन्य आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। डॉग स्क्वॉयड और फिल्ड यूनिट की टीम भी मौके पर पहुंची और छानबीन की। घटनास्थल को देखकर आशंका जताई जा रही है कि रंजिश में वारदात को अंजाम दिया गया है। लूट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया गया होता तो मासूम बच्चों का कत्ल न किया गया होता। पुलिस के आला अधिकारी भी छानबीन कर रहे हैं। सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल हत्या की वजहों का पता नहीं चल सका है। पुलिस हत्यारों की तलाश में जुट गई है। पुलिस हत्या की कड़ी को आपसी रंजिश से जोड़कर देख रही है।