होली में स्किन केयर के लिए करें क्लींजिंग, टोनिंग, माॅस्चरायजिंग क्लींजिंग
क्लीजिंग एक अच्छा तरीका है स्किन को क्लीन करने का। स्टीम लेने पर त्वचा के रोमछिद्रखुल जाते हैं और अंदर से सफाई हो जाती। होममड क्लींजर बेस्ट आप्शन है। आप कच्चा दूध लें और उसमें थोडा-सा नमक और चाहें, तो हल्दी भी मिला लें और काटन बाल से क्लींज करें। रोज वाटर भी एक अच्छा आप्शन है। काटन बाल को गुलाबजल में भिगोकर स्किन साफ करें। टोनिंग क्लींजिंग के बाद टोनिंग जरूर करें। टोनिंग से त्वचा के खुले रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और स्किन टाइट हो जाती है।मिनरल वाटर भी अच्छा स्किन टोनर है।माॅस्चरायजिंग टोनिंग के बाद माॅस्चरायजिंग भी बहुत जरूरी है। माॅश्चरायजर से स्किन की नमी बरकरार रहती है और वो ड्राई नहीं होती।
अगर स्किन आयली है। तब भी माइश्चराइज जरूर करे, आयली स्किन के लिए आयल फ्री माइराइजर का प्रयोग करे।
बालों से रंग साफ करने के लिये मग में पानी के साथ नींबू का रस मिला लें। फिर इससे अपने बालों को धोएं।होली के दिन आप पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनिए। अच्छा होगा कि कपड़े के अंदर कोई स्विम सूट पहन लें जिससे होली का रसायनयुक्त रंग अंदर जाने से बच जाए।
होली खेलने से पहले अपने शरीर पर खूब सारा तेल या फिर माॅस्चरायजर लगाएं और 15 मिनटों तक उसे अपने शरीर को सोखने दें। इसके बाद अपने शरीर पर वाटरप्रूफ सनस्क्रीन लगा कर होली खेलने निकल पड़ें।
इस दिन बालों पर विशेष ध्यान देना जरुरी है। अपने बालों पर एक अच्छा तेल लगाएं जिससे नहाने के समय बालों पर रंग चिपके ना और आसानी से धुल भी जाए। चाहें तो टोपी भी पहन सकते हैं। तेल के अलावा अपने होठों को हानिकारक रंगों से बचाने के लिए उस पर लिप बाम लगाना न भूलें।
नाखूनों पर जब रंग चढ़ जाते हैं तो जल्दी साफ नहीं होते। इसके लिए नाखूनों और उसके अंदर भी वैसलीन लगाएं। इससे नाखूनों और उसके अंदर रंग नहीं चढेगा। इसके अलावा महिलाएं नेलपाॅलिश भी लगा सकती हैं।
जब भी रंग खरीदने जाएं तो कोशिश हमेशा यही होनी चाहिए कि हरा, बैगनी, पीला और नारंगी रंग न लेकर लाल या फिर गुलाबी रंग खरीदें। वह इसलिए क्योंकि इन सब गहरे रंगों में ज्यादा रसायन मिले हुए होते हैं।
अपनी आखों का विशेष ध्यान रखें। आंखों को रंग, गुलाल, अबीर आदि से बचाएँ क्योंकि इनमें मौजूद पोटेशियम हाईक्रोमेट नामक हानिकारक तत्व आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। यदि कुछ रंग आँख मे चला जाए तो आंखों को तब तक पानी से धोएं जब तक रंग ठीक से निकल न जाए।
रंग खेलने के बाद त्वचा रुखी हो जाती है, तो इसके लिए शरीर पर मलाई या बेसन का पेस्ट बना कर लगाया जा सकता है। जिन व्यक्तियों के शरीर पर कोई घाव या चोट आदि है तो उन्हें होली नहीं खेलनी चाहिए। इससे रंगों में मिले रासायनिक तत्व घाव के माध्यम से शरीर के रक्त में मिलकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
होंठों को रंगों के बुरे प्रभाव से बचाने के लिए उन पर लिप गार्ड लगाएं और फिर वाटरप्रूफ लिप पेंसिल से होंठों के शेप देकर अच्छी क्वालिटी की लांग-स्टे लिपस्टिक लगाएं। यदि आप कलर लिपस्टिक नहीं लगाना चाहतीं तो नेचुरल शेड का वाटर प्रूफ लिप कलर लगा लें। इससे होंठों पर रंग चिपकेगा भी नहीं और होंठ सुरक्षित भी रहेंगे।
– शालिनी योगेन्द्र गुप्ता
सेलिब्रिटी मेकओवर एक्सपर्ट
सी डब्लू सी ब्यूटी एन मेकअप स्टूडियो
श्यामनगर, कानपुर