जिलाधिकारी ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। डीएम नेहा शर्मा ने आज जिला अस्पताल में दस्तक दी। डीएम की कार अस्पताल में घुसते ही वहां हड़कंप मच गया। अपने निरीक्षण के दौरान डीएम ने बाहर दवा लिखे जाने और जांच आदि कार्य के लिए दलाल किस्म के लोगों द्वारा मरीजों से सुविधा शुल्क वसूले जाने की शिकायत पर डीएम ने सख्त नाराजगी जताई। महिला एवं पुरूष अस्पताल में इलाज के मरीजों से वसूली की शिकायत सामने आने पर डीएम ने सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी। जिलाधिकारी नेहा शर्मा आज दोपहर को लगभग एक बजे जिला अस्पताल में दाखिल हुईं। अस्पताल परिसर में डीएम के आने की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन और कर्मचारी सजग हो गए। वहीं अस्पताल में मंडराने वाले दलाल किस्म के लोग इधर उधर हो लिए। जानकारी मिलने पर सीएमएस अजय अग्रवाल और आरके पांडे सहित वीपी कौशिक के साथ डीएम ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौेरान डीएम ने कई मरीजों से इलाज के नाम पर पैसे वसूलने के बाबत जानकारी की। इसी दरम्यान अस्पताल में मौजूद शमीला बानो नामक महिला ने ईसीजी के नाम पर एक सौ रूपये लिए जाने की शिकायत की। डीएम ने अस्पताल प्रशासन से महिला से रूपये लेने वाले पंडित नाम व्यक्ति की खोज कराई लेकिन वह मौके से खिसक गया। एक अन्य प्रकरण में चिकित्सकों के साथ ओपीडी में दवा कंपनियों के दलाल बैठने और मरीजों को बाहर से दवा लिखने की बात सामने आने पर डीएम ने ओपीडी में तैनात एक चिकित्सक को खरी-खोटी सुनाई डीएम ने साफ कहा कि अगली बार शिकायत सामने आने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिला अस्पताल के निरीक्षण के बाद डीएम महिला चिकित्सालय पहुंची। डीएम ने एसएनसीओ कक्ष नवजात शिशु सधन इकाई का चैक करने के बाद एनआरसी पोषण पुर्नवास केन्द पहुची जहां बच्चे कम भर्ती नजर आने पर कहा की शहर की आशाओं के माध्य में आॅगनवाडी सहायका शिक्षिकाओं के माध्यम से कुपोषित बच्चो का खोज कर भर्ती कराने के बाद उनका उपचार कराया जाये। जिससे भर्ती में इलाफा हो सके। वही जिला अस्पताल में पत्रकारों के पूछने पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि महिला अस्पताल में तो सब कुछ ठीक नजर आया। लेकिन पुरूष अस्पताल में सीएमएस व चिकित्सकों की नाक के नीचे दलाल बैठ कर कार्य कर रहे है। यह काफी गम्भीर बात है, पांच दिन में उक्त समस्या का निदान होना चाहिए लगातर अस्पताल का निरीक्षण कर दलालों को पकड़ने के बाद कार्यवाही की जायेगी। अस्पताल में दलाल किस्म के लोग नजर नही आने चाहिये सीएमएस को हिदायत देने के बाद वह अपने कार्य के लिए अस्पताल से निकल गयी।