बांदा, जन सामना ब्यूरो, तम्बाकू, गुटखा नहीं, अनमोल जिन्दगी चुनिये। सही संकल्प लेने की जरूरत है धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने लिये बल्कि परिवार व समाज के लिये भी कैंसर का खतरा पैदा करता है। उपरोक्त विचार इलाहाबाद यू0 पी0 ग्रामीण बैंक मुख्य कार्यालय बांदा के वरिष्ठ प्रबन्धक शैलेन्द्र सचान ने सरस्वती बालिका इण्टर काॅलेज बांदा के सभागार में अनुरागिनी संस्था द्वारा तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत विद्यालय जागरूकता कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि धूम्रपान से शरीर के प्रत्येक अंग को हानि पहुँचती है। संस्था के अध्यक्ष डाॅ0 प्रवीण सिंह जादौन ने कहा कि तम्बाकू के सेवन से न केवल कैंसर होता है, बल्कि हृदय रोग, मधुमेह, क्षयरोग, लकवा, फेफड़े एवं श्वास सम्बन्धी रोग होते हैं जिससे व्यक्ति की असमय मृत्यु हो जाती है। जिला तम्बाकू नियंत्रक प्रकोष्ठ बाँदा के जिला सलाहकार डाॅ0 रामवीर सिंह ने बताया कि अगर गर्भवती धूम्रपान तम्बाकू का सेवन करती है तो उसके गर्भस्त शिशु को गर्भपात शिशु की मृत्यु का सामना करना पड़ सकता है। गुटखा, तम्बाकू के सेवन से मुँह, गले, फेफड़े, पेट, गुर्द, मूत्राशय आदि शरीर के विभिन्न अंगों में कैंसर का खतरा रहता है। सामाजिक कार्यकत्री सैय्यदा कुलसुम हाशमी ने छात्राओं से कहा कि वह अपने परिवार के ऐसे सदस्यों को जो धूम्रपान, तम्बाकू आदि का सेवन करते हैं उनको छोड़ने के लिये मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में स्थापित परामर्श क्लीनिक में आवश्यक भेजे जिससे उनकी यह आदत को छुड़ाया जा सके। अनुरागिनी संस्था के सचिव नन्दराम सिंह परियोजना समन्वयक विवेक त्रिपाठी, लालचन्द्र साहू ने पोस्टर, पम्पेल्ट चार्ट आदि का प्रस्तुति करण करके छात्राओं को होने वाले विभिन्न रोगों की जानकारी दी एवं बताया कि प्रतिवर्ष 9 लाख भारतीय तम्बाकू सेवन से मरते हैं जिसे जन जागरूकता के माध्यम से रोका जा सकता है। विद्यालय की प्रधानाचार्या अमिता सिंह ने तम्बाकू मुक्त विद्यालय के निर्देश विद्यालय परिसर में लगाकर छात्राओं की शपथ दिलाई कि जीवन में कभी तम्बाकू का सेवन नहीं करेंगे और लोगों को भी ऐसा करने के लिये प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम में राकेश द्विवेदी, राम प्रकाश, अजय महतेले, धर्मेश राठौर, राकेश सिंह, नीलेश खरे, श्याम करन प्रजापति आदि लोग उपस्थित रहे।