बैंक धोखे से दे बैठा पचास हजार रूपए अतिरिक्त,
राम नरेश सिंह खुद बैंक को वापस करने आए, बैंक मैनेजर ने जताया आभार
कानपुर देहात, पंकज कुमार सिंह। रूपयों के लिए कोई क्या-क्या न कर बैठता! ईमान डोल जाता तो कही रिस्तों का कत्ल तक हो जाता है। लेकिन जहां ईमान पक्का है तो ईमानदारी मिलेगी। राम नरेश सिंह का ईमान पक्का था।उन्होंने ईमानदारी दिखाई। बैंक धोखे से 50000 रूपए अतिरिक्त दे बैठा लेकिन राम नरेश सिंह के मन में लालच किंचित मात्र भी नहीं दिखा। उन्होंने तत्काल बैंक को पूरे अतिरिक्त 50000 की राशि वापस की। वाकया गत 15 मार्च का है। राम नरेश सिंह का कानपुर देहात के रसूलाबाद में पायनियर मुर्गी दाना का करोबार है। दोपहर समय में रामनरेश ने कल्यानपुर एचडीएफसी में 345000 जमा किया था। भूलवश कैशियर स्वामी भट्टाचार्य ने राम नरेश सिंह को रूपए वापस करते हुए कहा कि यह रूपए ज्यादा हैं।
रामनरेश रूपए रख कर घर आ गए। जब उन्होंने घर आकर रूपए गिने तो रूपए 50000 निकले। रामनरेश का ईमान नहीं डिगा और दूसरे दिन बैंक जाकर अतिरक्त रूपए वापस किए। उधर बैंक में रूपयों को लेकर परेशान कैशियर और बैंक मैनेजर चिंताग्रस्त थे। राम नरेश सिंह ने जब बैंक को पचास हजार की राशि वापस करते हुए अपनी ईमानदारी का परिचय दिया तो वहां मौजूद अन्य बैंक कर्मचारियों ने राम नरेश सिंह की ईमानदारी को देख उनकी सराहना की।