हाथरस, नीरज चक्रपाणि। गली मालिन स्थित धर्मधाम निवासी एवं प्रमुख धर्माचार्य तथा वरिष्ठ पत्रकार पं. सुरेशचन्द्र मिश्र का आज प्रातः नोयडा के अस्पताल में निधन हो गया। वह लगभग 69 साल के थे। श्री मिश्र के निधन की खबर शहर में तेजी से फैली और देखते ही देखते लोगों की भारी भीड़ उनके धर्मधाम स्थित आवास पर एकत्रित होकर शोक व्यक्त करने लगी। शहर के प्रमुख धर्माचार्य रहे स्व. पं. गोवर्धननाथ मिश्र के ज्येष्ठ पुत्र व धर्माचार्य पं. सुरेशचन्द्र मिश्र को पिछले महीने से पेट में इंफैक्शन की शिकायत थी। जिनका इलाज आगरा में कराया गया। जहां हालत में सुधार न होने पर उन्हें होली से पूर्व दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उपचार के लिये ले जाया गया जहां भी तबियत में सुधार न होने पर उन्हें नोयडा के के. डी. हास्पीटल लाया गया, जहां पर इलाज के दौरान आज प्रातः उन्होंने अन्तिम श्वांस ली। दोपहर बाद उनके पार्थिव शरीर को नोयडा से उनके आवास पर लाया गया जहां बड़ी संख्या में लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर शोक व्यक्त किया। अन्तिम यात्रा में सभी वर्गों के लोग बड़ी संख्या में शामिल थे। जिनका अन्तिम दाह संस्कार मथुरा में यमुनाजी के किनारे किया गया। मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र व पत्रकार ब्रजेश मिश्र ने दी।स्व. पं. सुरेशचन्द्र मिश्र बागला इंटर कालेज में हिन्दी प्रवक्ता के पद पर रहे तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में दैनिक लालसा के संरक्षक तथा आगरा से प्रकाशित स्वराज्य टाइम्स के जिला प्रतिनिधि रहे। वरिष्ठ पत्रकार व न्यूज नेेशन चैनल के बर्तमान मंे हाथरस जिला संम्बाददाता नीरज चक्रपाणि के पत्रकरिता जीबन की शुरूआत कराने बाले गुुरू श्री मिश्र जी ही थे। श्री मिश्र जी ने ही 1994 में नीरज चक्रपाणि को सर्व प्रथम आगरा से प्रकाशित स्वराज्य टाइम्स समाचार पत्र का नगर प्रतिनिधि बनाया था।श्री मिश्र प्रमुख धर्माचार्य होते हुये भी समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका के लिये तत्पर रहते थे। वह अपने पीछे अपने अनुज पं. उमेशचन्द मिश्र व पं. कृष्णबल्लभ मिश्र के अलावा अपने दो पुत्र ब्रजेश मिश्र पत्रकार व देवेश मिश्र तथा पुत्रियों आदि के भरे पूरे परिवार को रोता बिलखता छोड़ गये हैं। पं. सुरेशचन्द्र मिश्र के निधन पर वरिष्ठ पत्रकार व न्यूज नेेशन चैनल के बर्तमान मंे हाथरस जिला संम्बाददाता नीरज चक्रपाणि ने भी अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की है।