जिलाधिकारी ने डाॅक्टरों से कहा कि आप टेलीमेडिसीन, वाट्सएप एवं अन्य माध्यमों से मरीजों को अपनी सेवाएं प्रदान करें। उन्होंने कहा कि खांसी, जुकाम से सम्बन्धित ओपीडी न चलायें, क्योंकि कोविड पाजिटिव मरीजों को पहचानना हम आप सब के लिए मुश्किल होगा। उन्होंने डाॅक्टरों से स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में आप के हाॅस्पिटल्स सीज नहीं होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोविड पाजिटिव केस पाये जाने पर वायरस के डिएक्टिव होने एवं हाॅस्पिटल को सेनीटाइज करने के लिए आपके हाॅस्पिटल को सील किया जा सकता है, जिससे कि कोरोना का संक्रमण समाप्त हो सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिल रही है कि मरीजों से एमरजेंसी सेवाओं के नाम पर अधिक फीस वसूल की जा रही है, जो कि इस महामारी की परिस्थिति में कहीं से भी उचित नहीं है। कृपया इसका ध्यान अवश्य रखें। इस तरह की शिकायतें नहीं आनी चाहिए क्योंकि यह हम सब के लिए बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि आप सबको को खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही अपने स्टाफ और मरीजों को भी सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी है।
जिलाधिकारी ने सभी डाॅक्टरों से कहा कि जिन मरीजों को डायलिसिस हो रहा है, उसमें किसी प्रकार की रूकावट नहीं आनी चाहिए, क्योंकि यह बेहद जरूरी सेवा है। उन्होंने कहा कि कैंसर पीड़ितों की किमोथेरेपी भी नहीं रूकनी चाहिए। यह सब गम्भीर रोगो की श्रेणी में आते है तथा इन मरीजों को बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी ने प्राइवेट हाॅस्पिटल के डाॅक्टरों के साथ बैठक की
रूटीन मरीजों की जांच व उपचार पहले की तरह ही रखें जारी-जिलाधिकारी
सरकारी एम्बुलेंस के साथ-साथ प्राइवेट एम्बुलेंस की भी सुविधा मरीजों को मिलनी चाहिए-जिलाधिकारी
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी प्रयागराज भानु चन्द्र गोस्वामी ने संगम सभागार में प्राइवेट हाॅस्पिटल के डाॅक्टरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि आप अपने हाॅस्पिटल के ट्रामासेंटरों, इमरजेंसी सेवाएं, सामान्य रोगी एवं डेली रूटीन मरीजों को देखने इत्यादि जरूरी सेवाएं जारी रखे। कोविड-19 के अतिरिक्त सामान्य मरीजों का इलाज भी बेहद जरूरी है। उन्होंने एएमए से कहा कि एम्बुलेंस सेवाएं आप बंद न करें। यह आपातकालीन मरीजों को अस्पताल लाने, ले जाने के लिए बेहद जरूरी है। मरीजों के आवागमन में परेशानियों से सम्बन्धित कुछ शिकायतें सुनने में आ रही है, जिसका निराकरण हम-आप सब को करना है।