कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। बेसिक शिक्षा विभाग में परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत स्टाफ को कोरोना से संबंधित आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा का फरमान मिलने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने भी आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि वे अपने क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं रसोइयों को आरोग्य सेतु ऐप की जानकारी देते हुये उनके मोबाइल फोन पर अनिवार्यरूप से डाउनलोड करायें। बीएसए ने इस काम को पूरा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। साथ ही रोजाना की रिपोर्ट भी मांगी है। खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतिदिन बताना होगा कि कितने शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं रसोइयों ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किया है। बीएसए ने कहा कि एक सप्ताह बाद खंड शिक्षा अधिकारियों को यह प्रमाणपत्र भी देना होगा कि उनके विकासखंड में सभी अध्यापकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और रसोइयों ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर लिया है।बीएसए ने कहा कि इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाये। बता दें कि जिले में 1604 प्राथमिक विद्यालय तथा 674 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं, जिनमें कुल 4978 शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी हैं तथा 1896 शिक्षामित्र एवं 224 अनुदेशक तथा पूरे जनपद में 20 लिपिक कार्यरत हैं। मध्यान भोजन योजना के तहत कार्यरत रसोइयों की संख्या लगभग 6000 है। इस तरह लगभग 13 हजार परिषदीय स्कूलों के स्टाफ को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा, जिसकी जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों के कंधों पर डाली गई है।
सर्वविदित है कि प्रदेश सरकार ने प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा एवं व्यावसायिक शिक्षा से जुड़े छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने को कहा है। मुख्य सचिव की ओर से नोटिस भेजकर सभी से अपील की गई है कि इस मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड करें और इसका प्रयोग करें। प्रदेश के महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने इस संबंध में प्रदेश के सभी बीएसए, सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक को निर्देश जारी किया गया है।
कोरोना के खतरे से करेगा आगाह-
एप को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (ट्रिपलपी) के तहत तैयार किया गया है। कोरोना वायरस (कोविड-19) से लड़ने के लिए आरोग्य सेतु एप बनाया गया है। सरकार का मानना है कि यह एप लोगों को यह बताने में मदद करेगा कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का कितना खतरा है। संक्रमण का खतरा होने पर यह एप आगाह कर देगा।
सर्वविदित है कि प्रदेश सरकार ने प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा एवं व्यावसायिक शिक्षा से जुड़े छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने को कहा है। मुख्य सचिव की ओर से नोटिस भेजकर सभी से अपील की गई है कि इस मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड करें और इसका प्रयोग करें। प्रदेश के महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने इस संबंध में प्रदेश के सभी बीएसए, सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक को निर्देश जारी किया गया है।
कोरोना के खतरे से करेगा आगाह-
एप को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (ट्रिपलपी) के तहत तैयार किया गया है। कोरोना वायरस (कोविड-19) से लड़ने के लिए आरोग्य सेतु एप बनाया गया है। सरकार का मानना है कि यह एप लोगों को यह बताने में मदद करेगा कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का कितना खतरा है। संक्रमण का खतरा होने पर यह एप आगाह कर देगा।