टूंडला/फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। मुस्लिम इलाकों में माह-ए-रमजान की तैयारियां शुरु हो गई हैं। इस बार कोरोना वैश्विक महामारी के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण मुस्लिम समाज द्वारा नमाज और तरावीह की दुआ घरों में ही अदा की जाएगी।
माना जा रहा है कि संभवतः चांद 24 अप्रेल को दिख जाएगा तो 25 अप्रेल से रमजान का पहला रोजा रखा जाएगा। एक माह तक चलने वाले माह-ए-रमजान इस बार फीका-फीका रहेगा। मुस्लिम इलाकों में इस बार चहल-पहल भी नहीं दिखाई देगी और न ही मस्जिदों में भीड़ होगी। सभी कार्य व दुआएं घरों पर ही पूरे किए जाएंगे। हालांकि माह-ए-रमजान को लेकर मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा घरों की साफ-सफाई से लेकर अन्य कार्यों को अंतिम रूप दिया जा हैं। महिलाएं सुबह से घर की साफ-सफाई में जुट रहीं हैं। वहीं समाज के लोगों को इस बार बाजार न खुलने के चलते जरूरत की चीजों का अभाव रहने का मलाल भी है। रचनापुरम निवासी शबनम ने बताया कि पहले तो फल और खजूर आदि पहले से ही मंगा कर रख लिए जाते थे, परंतु इस बार बाजार न खुलने से काफी परेशानी होगी। हालांकि प्रशासन ने घरों पर डिलीवरी की बात कही है तो शायद सामान मिल जाए। सायरा नाज ने बताया कि घर की साफ-सफाई की जा रही है, पर पहले जैसा उत्साह इस बार नजर नहीं आ रहा। लॉकडाउन के कारण कुछ भी ठीक से नहीं हो पाएगा।