कानपुर, जन सामना ब्यूरो। कोरोना वायरस की महामारी से पूरा विश्व अपने अपने तरीके से जंग लड रहे है वैसे ही हमारा देश भारत भी इस महामारी से लड़ रहा है ऐसे में हमारे देश की केन्द्र सरकार राज्य सरकारें व सरकार से सम्बंधित सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मी, डाक्टर, नर्स, आर्मी, विधुत विभाग, पत्रकार व गैर सरकारी संस्थाए समाजसेवी अन्य आदि विभाग व देश की जनता मिलकर इस जंग से लड़ रही है ऐसे में कानपुर छावनी से सर्वधर्म सेवा समिति (रजि.) के अध्यक्ष जितेन्द्र वाल्मीकि भी अपने माता-पिता, गुरु के बताये हुए मानवता के रास्ते पर बाखूबी चल रहे है। एक माध्यम परिवार के होने के बावजूद जितेन्द्र वाल्मीकि ने बचपन से ही मन में अपने से कमजोर की मदद करने का जज्बा रहा है। उसी जज्बे कि बदौलत अपनी कमाई हुई रकम का कुछ प्रतिशत हिस्से से गरीब असहाय की मदद करते चले आ रहे है। एक दिन वाल्मीकि के मन में ख्याल आया कि क्यों न हम भी अपनी संस्था का पंजीकरण कराये और संस्था बनाये उन्होंने अपने गुरु श्याम सिंह पंवार के माध्यम से संस्था का रजिस्ट्रेशन करावा लिया। तब से गुरु के आर्शीवाद व परिवार माँ, भाई, बहन, दोस्तों के सहयोग से संस्था के नाम पर अपने से कमजोर गरीब, असहाय व्यक्तियों व बेजुबान पशु-पक्षियों की भी मदद करते चले आ रहे है। इस समय कोरोना वायरस कि महामारी के चलते लाँक डाउन चल रहा है ऐसे में बहुत से समाजसेवी अपने अपने स्तर से गरीबों की मदद कर रहे है। कल माल रोड में काल्पनिक नाम राधे जो एक मोटर गैरिज में रहते है उनका यहां कोई भी परिवार का व्यक्ति नहीं रहता है उनके पास खाने-पीने की किसी प्रकार कि कोई व्यवस्था नहीं थी जैसे ही जितेन्द्र वाल्मीकि को इसकी जानकारी हुई तुरन्त उन्होंने राशन खरीद कर राधे को दिया। राशन देखकर उनके चेहरे पर खुशी झलकने लगी और वाल्मीकि ने कहा कि जब भी राशन आपके पास खत्म हो जाये तो आप हमें बता देना जब तक लाँक डाउन चल रहा है तब तक हम आपकी इसी प्रकार जरूरत का समान मुहैया करते रहेंगे। उन्होंने कहा अगर हर सक्षम व्यक्ति इसी प्रकार एक व्यक्ति व परिवार को गोद लेले तो शायद कोई भी व्यक्ति इस समय भूखा नहीं सोयेगा और इसी प्रकार हम सब भारतीय मिलकर इस जंग से जीत सकते है।