फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पुष्कर आनंद ने नगर के बाईपास रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित वार्ता के दौरान जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेेश के हर मां एवं बच्चे की समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिये मातृत्व सप्ताह मनाये जाने का निर्णय लिया गया है जो कि 14 से 21 अक्टूबर 2016 तक आयोजित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं पोषण सेवायें देने के लिये आपके क्षेत्र के हर गांव में एक आशा व आंगनबाड़ी तथा क्षेत्रीय उपकेंद्र पर एएनएम सक्रिय रूप से कार्यरत हैं, जिनके द्वारा हर गांव में महीने में एक बार निश्चित दिवस पर ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस पर प्रसव पूर्व सेवायें, नियमित टीका करण, बाल स्वास्थ्य सेवायें, परिवार नियोजन सेवायें, पोषण सेवायें एवं किशोरावस्था से संबंधित सेवायें प्रदान की जाती हैं। हमारे प्रदेश में गर्भावस्था अथवा प्रसव कारणों से प्रतिदिन लगभग 40 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है, 50 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में खून की कमी पायी जाती है, गर्भावस्था के दौरान उनकी पूरी जांचे नहीं हो पाती है। इससे किसी जटिलता का समय पर पता नहीं चल पाता है और समय से उपचार आरम्भ नहीं हो पाता, जो मातृ मृत्यु का कारण बनता है। यही प्रदेश में अत्यधिक नवजात मृत्युओं का भी एक मुख्य कारण है। जनपद फिरोजाबाद में 27500 गर्भवती महिला की जांच का लक्ष्य है एवं 2400 जटिलता से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जाना है। इस अभियान में 1760 सत्र लगाये जायेंगे, जिनमें 231 एएनएम का सहयोग तथा 1726 आंगनबाड़ी व 108 आशाओं का सहयोग लिया जायेगा। इस मातृत्व सप्ताह में र्गीावती महिलाओं की पूरी जांच, जटिलताओं की पहचान तथा समय पर सन्दर्भन को सुनिश्चित किया जाना है। आगे कहा कि जांच के दौरान किसी जटिलता से ग्रस्त सभी गर्भवती महिलायें 14 अक्टूबर से 21 अक्टूबर 2016 तक ब्लाॅक स्तरीय चिकित्सालय में अवश्य पहुंचे।