मैं ख्याल नहीं रखती खुद का
मेरी माँ मुझे बताती हैं..
मैं रोने लग जाऊ तो वो
डांट कर चुप कराती हैं…
उसका साया मुझे कुछ इस कदर सुकून देता हैं…
जैसे देवी माँ अपने हाथों से मेरा सिर फिराती हैं…
खुद को भाग्यशाली कहुँ
इस बात का अहसास मेरी माँ कराती हैं….
प्रियंका राठौर बर्रा विश्व बैंक कालोनी, कानपुर