रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। कहते है जिसका कोई नहीं उसका मालिक भगवान होता है लेकिन भगवान को किसी ने देखा नहीं फिर भी उन्ही की प्रेरणा से किसी गरीब अनाथ मां की बेटी की शादी की पूरी जिम्मेदारी सभी रश्म अदायगी की कोई निभा दे तो उसे आज के समय में एक फरिश्ता ही कहा जायेगा। ऐसा ही नेकी का कार्य ग्राम बिल्हा में समाजसेवी शिव जी दुबे ने किया जिसकी हर जगह चर्चाएं हो रही है।
कहानी कुछ इस प्रकार है कि रसूलाबाद के ग्राम बिल्हा में आर्थिक विपन्नता के चलते आज से 10 वर्ष पूर्व कल्लू शर्मा नामक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी मृतक के तीन पुत्रियां व एक पुत्र था जिनकी जिम्मेदारी का भार मृतक की पत्नी मालती पर आ गयी। मालती ने घोर मुसीबत उठाकर अपने बच्चों का पालन आर्थिक विपन्नता व गांव के चंद भले लोगो की थोड़ी बहुत सहायता से कर लिया। धीरे-धीरे बड़ी लड़की सपना शादी योग्य हो गयी तो एक मां के सामने सपना के हाथ पीले करने की बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी तो उसने गांव के लोगो व परिवार रिश्तेदारों से सहयोग की बात चलाई हताश निराश एक मां की मार्मिक पीड़ा से द्रवित होकर समाजसेवी शिव जी दुबे ने सपना की शादी में तन मन धन से मदद करने बीड़ा उठाया।
गत रात बिल्हा ग्राम में जब यह बारात आई तो देखने वालों ने इस बारात में बारातियों के स्वागत सत्कार से लेकर विदाई की रश्म तक में शिव जी दुबे के सराहनीय सहयोग की सराहना की। समाजसेवी शिव जी दुबे ने बताया कि सपना का विवाह उसकी मां की पसन्द के लड़के सुनील कुमार के साथ कराई गई। उनका कहना था हमने स्वयम कन्यादान सपना का किया है तो आज से उसके हर सुख दुख में अपने पूरे जीवन काल में जिस भी हैसियत में रहा मदद करता रहूंगा। बेटी की शादी धूमधाम से हो जाने पर एक अनाथ मां के चेहरे पर जो खुशियों के भाव थे उन खुशियों का वर्णन करना असम्भव से लग रहा है।
इस मौके पर दीपक तिवारी, तेज सिंह राजावत, तार बाबू, हरेंद्र राणा, अशोक सिंह, रमेश यादव, महेंद्र शर्मा, गौरव सिंह सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।