लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा विकास दूबे मामले में भेजी गयी शिकायत पर डीजीपी, यूपी से 06 सप्ताह में रिपोर्ट मानते हुए 02 सितम्बर 2020 को सुनवाई की तारीख नियत की है।
नूतन ने अपनी शिकायत में विकास के मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय तथा अतुल दूबे, उसके सहयोगी प्रभात मिश्रा तथा प्रवीण दूबे एवं विकास को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मारे जाने, विकास का घर बिना आदेश के गिराए जाने तथा उसकी पत्नी व बच्चे से किये गए बर्ताव की जाँच की मांग की थी।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि 07 जुलाई 2020 को एसटीएफ द्वारा कानपुर से लखनऊ एसटीएफ मुख्यालय लाये गए विकास दूबे के ख़ास जय वाजपेयी के साथ या तो कोई अनहोनी की जा चुकी है या होने वाली है। यह पूरी तरह गैरकानूनी तो होगा ही, साथ ही पारदर्शिता के दृष्टिगत भी बहुत घातक व खतरनाक होगा। अब एक जय ही बचा है जो विकास दूबे के सारे राज जानता है और इस मामले में पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों एवं नेताओं की पोल खोल सकता है। ऐसे में जय के साथ कोई अनहोनी होने से सारा राज समाप्त हो जायेगा।
नूतन ने कहा कि वे सच जानने कल (15 जुलाई 2020) एसटीएफ मुख्यालय जाएँगी।