हाथरस, नीरज चक्रपाणि। भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया पर चल रहे संगठन विरोधी कारनामों और पार्टी सांसद राजेश दिवाकर एवं उनके ही भाई अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष द्वारा भाजपा के जिला महामंत्री डा. चन्द्रशेखर रावल को दोषी मानकर की जा रही बयानबाजी पर डा. रावल का कहना है कि वह लम्बे समय से संगठन का कार्य पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करते आ रहे हैं। सांसद जी भी यह जानते हैं कि उनके विधानसभा तथा लोकसभा दोनों चुनावों में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले टिकटार्थियों में एक मात्र मैं ही था। ऐसे में भाजपा सांसद द्वारा मेरे ऊपर इस तरह के आरोप लगाया जाना मेरे लिए अत्यन्त पीड़ादायी और खेदजनक है।
उल्लेखनीय है कि विगत तीन दिनों से सोशल मीडिया पर लगातार की जा रही आपत्तिजनक पोस्ट आजकल सुर्खियों में है। इस बात की शुरूआत दरअसल विजयदशमी वाले दिन से हुई जब बैनीरामबाग स्थित भाजपा के जिला कार्यालय पर जिला संगठन के विरोधियों द्वारा जिले के एक आला अधिकारी के पुतला फूंकने एवं समानान्तर जिलाध्यक्ष की घोषणा धरी की धरी रह गयी। मिली जानकारी के मुताबिक उसी दिन वहां जिला संगठन द्वारा शस्त्रपूजन कार्यक्रम रख देने से विरोधी गुट अपनी योजना को अंजाम तक नहीं पहुंचा सके जिसकी खिसियाहट के चलते षडयंत्रकारियों ने फेसबुक और व्हाट्सएप्प के द्वारा संगठन के खिलाफ गतिविधियां शुरू कर दीं।
बीजेपी हाथरस नाम से चल रहे दो फेसबुक एकाउण्ट में से एक के संचालक जिले के महामंत्री डा. चन्द्रशेखर रावल हैं और उनका दावा है कि उस एकाउण्ट से ऐसी कोई संगठन विरोधी सामग्री पोस्ट नहीं हुयी। इसी नाम के दूसरे एकाउण्ट से धड़ाधड़ ऐसी पार्टी विरोधी पोस्ट की जा रही हैं। जबकि सांसद का कहना है कि इन सबको करने वाले डा. रावल ही हैं। इसी एकाउण्ट पर कल व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक का नाम भी ऐसी संगठन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की मंशा से डाला गया था और आज मैं जिला महामंत्री डा. रावल के लिए भी जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया है।
उक्त सम्बंध में जिला महामंत्री डा. चन्द्रशेखर रावल का कहना है कि हाथरस विधानसभा से इस बार मैंने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है इसलिए कुछ लोग मुझे विवादों में डालकर मेरी छवि धूमिल करने का षडयंत्र कर रहे हैं। मैं हर तरह की जांच और दोषी होने पर हर तरह के दण्ड के लिए तैयार हूं किन्तु यदि मैं दोषी नहीं पाया गया तो मैं भी कानूनी कार्यवाही करने से पीछे नहीं हटूंगा।