कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। किसानों को सीधे औद्योगिक इकाइयों से जोड़ा जाए ताकि उनके उत्पादों का सही मूल्य उन्हें मिल सके, इसके लिए समस्त संबंधित विभाग अपने -2 किसानों के समूहों का गठन करते हुए उन्हें उचित मूल्य दिलाने का भी कार्य करें। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह लेते हुए कृषि उत्पाद कार्य किया जाए।
उक्त निर्देश आज जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में “कृषि तकनीकी प्रबंधन (आत्मा)” शाखी परिषद (गवर्निंग बोर्ड )की समीक्षा बैठक के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कृषि उत्पादन को बढ़ाना है इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों की मदद लेते हुए खेती कराई जाए ताकि उपज बढ़ सके। उन्होंने कहा कि जल, जानवर, पेड़ तथा बैक्टीरिया संरक्षित करते हुए खेती की जाए। शासन की मंशा के अनुरूप किसानों को उनकी मेहनत का मूल्य उन्हें मिले, इसके लिए उन्हें औद्योगिक इकाइयों से जोड़ते हुए उनके उत्पाद को सीधे उत्पादन बनाने वाली औद्योगिक इकाइयों से सामंजस्य स्थापित करते हुए उन्हें बेचने के लिए समन्वय स्थापित किया जाए। इसके लिए कृषि विभाग किसानों और औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों से सीधे बैठक कराते हुए संवाद स्थापित कर उनके उत्पाद को खेतों से औद्योगिक इकाइयों तक पहुंचाने में सहायक बने। कृषि उत्पाद को छोटी-छोटी मार्केटिंग देते हुए उनके उत्पाद के लिए एक बाजार भी विकसित करे जिससे उनके उत्पाद की गुणवत्ता लोगों तक पहुंच सके, इसके लिए कलेक्ट्रेट तथा केडीए में उनके उत्पाद डेमो के रूप में लगाए जाए ताकि आने वाले लोगों को उसकी जानकारी हो सके। किसानों के उत्पाद को बेहतर पैकेजिंग देते हुए उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाना सरकार की प्राथमिकता है इसके लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ सीधे किसानों को मिले इसके लिए कृषि विभाग, मत्स्य पालन आदि अन्य सभी सम्बन्धित विभाग मिलकर किसानों के सहायक बने और शासन की लाभकारी योजनाओं का सीधे लाभ पहुंचाने में उनकी मदद करें। बैठक में उपस्थित विभिन्न किसानो ने अपनी उपज के विषय में जानकारी दी कि वे किस तरह से खेती को अपना सहयोगी मानते हुए कार्य कर रहे हैं इस पर आकाश गुप्ता ने बताया कि उनके द्वारा रनिया में लगभग 25 प्रकार की सब्जियां उगायी जा रही है जिसे सीधे उपभोक्ताओं को जोड़कर ताजी सब्जियां उन तक पहुंचा रहे हैं जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है और लोगों को पौष्टिक सब्जियां खेतों से सीधे उनके घरों तक कम मूल्य पर भी पहुंच रही है उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति हमारी वेबसाइट में सर्च कर हमारे उत्पादों की गुणवत्ता देख सकता है www.myfarm.global साइड में जाकर सर्च कर सकता है। जिलाधिकारी महोदय ने कहां कि किसानों को स्वावलंबी बनाने हेतु सरकार द्वारा विभिन्न लाभकारी योजनाएं संचालित की जा रही है इसके दृष्टिगत जनपद के तालाबों को चयनित करते हुए उनमें मत्स्य पालन का कार्य कराया जाए। बैठक में विशिष्ट अतिथि के तौर पर चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति, मुख्य विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह, कृषि विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।