-पिता की हत्या का बदला लेने को की थी संतोष की नृशंस हत्या
हाथरस/सासनी, जन सामना संवाददाता। गत वर्ष 13 सितंबर को कस्बा के जंगलों में इंटों से कुचलकर हुई संतोष के हत्यारोपी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस ने घटना के खुलासा में बताया कि अरोपी शातिर किस्म का अपराधी है। पूर्व में भी अपने एक रिश्तेदार पर हत्या की नीयत से हमला कर चुका हैं उसकी मां मादक पदार्थ अधिनियम के तहत जेल जा चुकी है। आज घटना का खुलासा करते हुए एसएचओ प्रमोद कुमार द्विवेदी ने बताया कि गत वर्ष 13 सितंबर दिन बुधवार की रात संतोष पुत्र हरनाम सिंह निवासी मोहल्ला बारहसैनी का रक्त रंजित शव आशा नगर स्थित उसके घेर में मिला था जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। घटना की जानकारी होने पर स्थानीय लोगों की भीड जुट गई थी। और सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। हत्यारों ने संतोष का चेहरा ईंटों से बुरी तहर कुचलकर उसकी हत्या कर दी थी। साथ ही उसके गुप्तांगों को भी कुचल दिया था। मृतक की मां ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसकी विवेचना पूर्व थाना इंचार्ज अखिलेश त्रिपाठी ने की मगर कोई सुराग हाथ नहीं मिला। उसके बाद घटना की विवेचना जब एसएचओ प्रमोद कुमार द्विवेदी ने की तो गहन जांच के बाद मोहल्ला जामुनवाला निवासी आनंद का नाम प्रकाश मे आंया। तो पुलिस ने आनंद को उसके घर से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया और कोतवाली ले आए। जहां पूछताछ में पता चला कि आनंद शातिर किस्म का अपराधी हैं आनंद की मां व मृतक संतोष के भाई धर्मपाल व सुशील तथा आनंद ने अपने पिता नरेश उर्फ कंछी जाटव की हत्या कर दी थी। जिसमें धर्मपाल, व आनंद की मां तथा सुशील जेल गये थे। आनंद को पिता की हत्या के बदला लेने का जुनून सवार था। सुशील के जेल से आने के बाद वह सुशील की हत्या की फिरार में घूम रहा था। मगर सुशील आनंद के हत्थे नहीं चढा। सुशील का भाई संतोष आनंद के निशाने पर बैठ गया। आनंद ने संतोष को ईद वाले दिन जमकर शराब पिलाई और उसके घेर में ले जाकर ईंटों का प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। और फरार हो गया, जिसकी वजह से हत्या की रिपोर्ट अज्ञात के खिलाफ दर्ज की गई। पुलिस द्वारा काफी पडलात की गई मगर कोई हाथ नहीं लगा मगर एसएचओ प्रमोद द्विवेदी द्वारा जब जांच की गई तो हत्यारा शीध्र ही गिरफ्तार कर लिया और से सलाखों के पीछे भेज दिया। श्री द्विवेदी ने बताया कि आनदं पूर्व में अपने बहनोई पर जान लेवा हमला कर चुका हैं यदि उसका बहनोई अपना हाथ ऊपर नहीं उठाता तो निश्चित रूप से उसकी गर्दन कट जाती। आनंद की मां भी पूर्व में मादक पदार्थ बेचने के आरोप में जेल जा चुकी है।