हाथरस, नीरज चक्रपाणि। सीबीएसई व अन्य बोर्ड के स्कूलों में की जा रही मनमानी के चलते यूनिवर्सल हृयूमन राइट्स काउंसिल के पदाधिकरियों ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय ने कहा कि प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा उच्च शिक्षा के नाम पर बच्चों एव अभिभावकों का खुलकर उत्पीड़न किया जा रहा है। सिलेबस, फीस, यूनिफाॅर्म, बैग, जूते, डोनेशन, खेल, फिटनेस, मनोरंजन एवं टूर के नाम पर मनमाने तरीके से अभिभावकों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा हर साल सिलेबस को बदलना, फीस वृद्धि करना, यूनिफाॅर्म, बैग जूते आदि में हल्का सा बदलाव कर खरीदने को मजबूर करना, एनसीईआरटी की किताबें नहीं लगाकर प्राइवेट प्रकाशकों से डील कर मोटा कमीशन लेकर चुनिंदा दुकानदारों से सिलेबस की बिक्री कराना, डवलपमेंट के नाम पर मोटा डोनेशन लेना सहित कई अन्य तरीकों से अभिभावकों से रकम ऐंठते रहते हैं। तीन-तीन महीने की फीस एक साथ लेना, फीस को मनमाने तरीके से बढ़ाना, अभिभावक टीचर्स एसोसिएशन का गठन न करना, काॅपियों और रजिस्टरों पर अपने स्कूल का नाम छपवाकर बिक्री करना एवं बच्चों को मेडिकल सुविधा प्रदान नहीं करना आदि तरह से शोषण किया जा रहा है। एडीएम ने जल्द से जल्द बैठक बुलाकर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस मौके पर सतीश सोलंकी, संजीव कुमार वाष्र्णेय, नवीन अरोरा, विमलेश बंसल, मुकेश सिंह वर्मा, निशांत उपाध्याय, सौरभ सिंघल, मनीष अग्रवाल, ऋषि अग्रवाल, लव वाष्र्णेय, शेखर वाष्र्णेय, सुमित वाष्र्णय, विवेक अग्रवाल, आयोग दीपक, अनिल शर्मा आदि उपस्थित थे।