हाथरस, नीरज चक्रपाणि। आर्य समाज नयागंज के 64 वें वार्षिक महोत्सव के अन्तर्गत कार्यक्रम में यज्ञ के ब्रह्मा वेदप्रकाश शास्त्री एवं आचार्य रूपराम शर्मा के पुरोहित्त्य में स्वस्ति वाचन, शान्तिकरणम् देव यज्ञ, वलिवैश्य देव यज्ञ का आयोजन किया गया। राष्ट्र रक्षा परिवारों की सुख शान्ति हेतु यज्ञ में आहुतियां दी गईं तथा मातृ छाया साधना केन्द्र के बच्चों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
जलान्धर पंजाब से पधारे भजनोपदेशक भजनोपदेशक राजेश अमर प्रेमी एवं रवि कुमार ने अपने भजनों के माध्यम से शमां बांध दी। कोटा राजस्थान से पधारे आचार्य अग्निमित्र शास्त्री ने चाणक्य का उदाहरण देते हुये कहा कि सभी मिलकर राष्ट्र को सुन्दर व्यवस्थित बनाने में सभी का योगदान होना चाहिये, तभी परिवारों में सुख शांति की व्यवस्था कायम होगी। मथुरा से पधारे पं. कमलदेव ने परमात्मा की बनायी सृष्टि का वर्णन किया।
महोत्सव में महिला आर्य सम्मेलन भी आयोजित किया जिसमें मुख्य वक्ता व कन्या गुरूकुल सासनी की मुख्य अधिष्ठात्री पवित्रा विद्यालंकार ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, कन्याओं को सुशिक्षित बनाना वेदों के अनुसार माताओं का प्रथम कर्तव्य है। महिला सम्मेलन का संचालन बीना आर्य ने किया। अंत में स्वामी निर्भयानंद ने सभी को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में बुद्धसैन आर्य, मनोज आर्य, गौरव आर्य, हरीशंकर आर्य, जयप्रकाश, सुरेशचन्द गुप्ता, कल्याण सिंह आर्य, सत्यप्रकाश आर्य, हर्ष आर्य, भास्कर आर्य, माता मनोरमा देवी, गायत्री शर्मा शारदाओ, देवेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र पालावत, अमर सिंह, भूपेन्द्र आदि सैकडों की संख्या में आर्य उपस्थित थे।
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