– डाॅ. आम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्धान्जलि सभा में वक्ताओं ने रखे विचार
– युवाओं को भटकाव से बचाकर बहुजनहिताय की धारा के विचार देने होंगे
बनारस। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के आईएमएस स्थिति के एन उडुप्पा सभागार में बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर का 65 वां महापरिनिर्वाण दिवस BHU BAHUJAN ईकाई द्वारा 6 दिसंबर 2020 को मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुवात बाबा साहब के चित्र पर पुष्पांजलि कर व दीप प्रज्वलित कर की गई।
BHU BAHUJAN इकाई के अध्यक्ष चंदन सागर ने मुख्य अतिथि व अन्य वक्ताओं को मंच पर आमंत्रित करते हुए उनका स्वागत अभिनंदन किया तत्पश्चात बुद्ध वंदना के साथ ही कार्यक्रम का संचालन एंकर विवेकानंद और रितेश कुमार ने किया।
वक्ता गण अन्य अतिथि: प्रो के.एन. सिंह, प्रो. बालेश्वर यादव, डॉ. मुकेश मालवीय, श्री सरविन्द राम, ने विचार व्यक्त किया। गोष्ठी में डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ शाषिकेश गोंड, डॉ. रविन्द्र गौतम, डॉ राजकिरण प्रभाकर, जीपी चौधरी, शोभा चौधरी, डॉ मनोकामना आदि उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता -BHU के प्रोफ़ेसर महेश प्रसाद अहिरवार जी ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय में बहुजन नायक-नायिकाओं के सामाजिक परिवर्तन के कारवां को नई पीढ़ी तक ले जाने के लिए सामाजिक सांस्कृतिक व अकादमिक कार्यक्रमों की ऐतिहासिक परंपरा है। इसी के तहत ही एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मौजूदा हालात पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आज के समय में बाबा साहब का नाम लेना फैशन हो गया है, कोई भी उनके दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए इस देश मे गरीबों, वंचितों, शोषितों के द्वारा सत्ता के मंदिर संसद के जरिए लोकशाही की स्थापना करने के बारे में नहीं सोच रहा है। पढ़े लिखे वर्ग में आए भटकाव ने बहुजन आंबेडकरवादी आंदोलन के जरिए समाज को संगठित करने के बजाय भटकाना शुरू कर दिया है। बाबा साहब का देखा गया सपना बहुजनो का एक संगठन, एक नेता, एक झंडा के सिद्धांत को मान्यवर साहब ने बसपा के जरिए व्यावहारिक जमीन दी थी। लेकिन बहुजन समाज की बढ़ती हुई क्षमता को देखते हुए सारे विरोधी चमचों के जरिए समाज को तोड़ने में जुट गए हैं। कहा कि मनुमिडिया के प्रभाव के करना समाज यह सब समझ पाने में सक्षम प्रतीत हो रहा है। साजिशों का दौर बदस्तूर जारी है ऐसे में बहुजन समाज की नई पीढ़ी जिसे बहुजन आंदोलन के इतिहास, राजनैतिक सामाजिक सांस्कृतिक कारवां की जानकारी के साथ साथ विरोधियों के हथकंडे की भी जानकारी होगी वहीं युवा पीढ़ी बहुजन समाज को इस संक्रमण काल से निकालते हुए बाबा साहब के सपनों को पूरा कर इस देश पर राज कर पाएगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि -कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में BHU के बहुजन आंदोलन के आधार स्तम्भ प्रोफ़ेसर लालचंद प्रसाद जी रहे( लालचंद प्रसाद जी ने BHU के सामाजिक परिवर्तन कारवां को नया आयाम दिया है जिनकी बदौलत आज सैकड़ों प्रोफ़ेसर BHU में आ चुके हैं). अपने उद्बोधन में संस्मरणों के जरिए प्रोफ़ेसर लालचंद प्रसाद ने BHU में लड़ी गई लंबी लड़ाई का जिक्र किया और कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि छात्रों, कर्मचारियों व शिक्षकों के प्रयास से यह कारवां बढ़ता जाएगा। उन्होंने BHU के छात्र कमेटी द्वारा वेब पोर्टल www.bhubahujan.com के शुरू किए जाने वाले प्रयासों की भी सराहना की।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए ओबीसी, एससी,एसटी, एमटी कमेटी के अध्यक्ष राहुल यादव ने कमेटी के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं के साथ BHU के प्रशासन, कर्मचारियों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
Home » मुख्य समाचार » सामाजिक परिवर्तन के लिए बहुजन नायकों के विचारों को नई पीढ़ी तक लाना होगा : प्रो.एमपी अहिरवार