रसूलाबाद में भारत बन्द का असर नही गया देखा
एसडीएम अंजू वर्मा व सीओ रामशरण सिंह व कोतवाल शशिभूषण मिश्रा ने किसान नेताओ से घरों पर जाकर लिए ज्ञापन
रसूलाबाद/कानपुर देहात। किसान विरोधी बिल वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठन व देश के प्रमुख विपक्षी दलों के समर्थन पर भारत बंद के आवाहन को लेकर स्थानीय प्रशासन चौकन्ना रहा और सुबह से ही किसान यूनियन के नेताओ के घरों पर पुलिस का सख्त पहरा लगाकर उन्हें नजर बन्द कर वही पर उपजिलाधिकारी अंजू वर्मा के द्वारा पर ज्ञापन लिया गया। रसूलाबाद में बन्द का असर नही देखा गया।किसानों के भारत बन्द के आवाहन को देखते हुए जनपद के जिलाधिकारी डॉ दिनेश सिंह व पुलिस अधीक्षक केशव कुमार भी रसूलाबाद आये।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के अध्यक्ष कुंवर रब्बानी खान ने देश के महामहिम राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन में कहा कि दर्भाग्य की बात है कि देश का अन्न दाता किसान 12 दिनों से देश स्तर पर किसान विरोधी विल वापस किये जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है।
उन्होंने कहा मजबूरी में किसानों की समस्या को लेकर देश के किसान संगठनों ने मंगलवार भारत बन्द का आवाहन रखा तो देश प्रदेश की भाजपा सरकार ने घबड़ाकर किसान नेताओ को उनके घरों पर पुलिस का पहरा लगाकर नजर बन्द कर दिया जो बहुत ही दर्भाग्य की बात है और सरकार ने तानाशाही तरीके से लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है। उनका कहना था कि किसान विरोधी बिल वापस होने तक किसानों का सरकार के खिलाफ यह आंदोलन जारी रहेगा इसके लिए हर कुर्वानी देने के लिए किसान अब तैयार हो गया है।
भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह उर्फ छुन्ना सिंह को भी उनके आवास महेरा में नजर बन्द किये जाने समाचार प्राप्त हुए है।
रसूलाबाद की उपजिलाधिकारी अंजू बर्मा ने बताया कि दोनों किसान संगठन के नेताओ से ज्ञापन उनके आवास पर जाकर ले लिए गए है और इनके नेता घरों पर नजरबंद है। उनका कहना था रसूलाबाद में भारत बन्द का कोई असर नही रहा यहां आम दिनों की भांति दुकान खुली रही।
भारत बन्द के आवाहन को देखते हुए रसूलाबाद के पुलिस उपाधीक्षक राम शरण सिंह व कोतवाल शशि भूषण मिश्रा निरन्तर नगर में पुलिसबल के साथ गश्त पर देखे गए। जिले के जिलाधिकारी दिनेश सिंह व पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने भी रसूलाबाद आकर जायजा लिया।
इस मौके पर किसान नेता रनवीर सिंह यादव, रवि त्रिपाठी, रमाकांत, समीम, प्रभा यादव, मोहम्मद हनीफ, पीयूष, निकेतन कठेरिया आदि भी मौजूद रहे।