हरिद्वार। लक्सर-हरिद्वार रेल मार्ग पर डबल ट्रैक के ट्रायल के दौरान ट्रेन से कटकर चार युवाओं की मौत हो गई। हादसा सीतापुर जमालपुर रेलवे फाटक नंबर 14 से 200 मीटर आगे हुआ। ट्रायल ट्रेन 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चारों लोग रेलवे ट्रैक के आस पास खड़े थे। उन्हें दूर से ट्रेन आते हुए दिखाई दी थी लेकिन ट्रेन की रफ्तार इतनी ज्यादा होगी वो ये समझ नहीं पाए। और पल भर में चारों युवक ट्रेन की चपेट में आ गये। युवको का शव इतना छत बिछत था कि चारो को पहचानना भी मुश्किल हो गया। लेकिन बाद में चारो की पहचान हो गई चारो युवक सीतापुर के ही निवासी थे। के डीआरएम तरुण प्रकाश ने बताया कि चूंकि हादसा फाटक नंबर 14 से 200 मीटर आगे हुआ है, इसलिए रेलवे की कोई गलती फिलहाल सामने नहीं आई है। आरपीएफ और सिविल पुलिस दोनों साथ मिलकर इस हादसे की जांच करेगी। अलबत्ता डीआरएम ने जांच बैठा दी है।
ट्रेक के दोहरीकरण का कार्य दो साल से चल रहा था। अभी तक इस रूट पर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें गुजरती आ रही हैं। दोहरी करण के बाद 10 जनवरी से ट्रेनों की स्पीड दो गुनी यानि 100 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाएगी। लाइन के दोहरीकरण का काम पूरा होने पर ट्रायल के लिए गुरुवार को रेलवे के कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम के नेतृत्व में ट्रैक और रफ्तार का ट्रायल हुआ।
सूचना पर रेलवे, आरपीएफ, जीआरपी व पुलिस अधिकारी जमालपुर की तरफ दौड़ पड़े। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, जीआरपी के अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल व स्थानीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने घटनास्थल पर पहुंच हादसे की जानकारी ली।