प्रतिदिन 9 बजे से पूर्वान्ह 11 बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहकर सुने समस्यायें, करे निस्तारण
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी एसडीएम व तहसीलदार, जिला स्तरीय अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी अपर जिलाधिकारी प्रशासन व वित्त एवं राजस्व, मुख्य चिकित्साधिकारी आदि सहित अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारियो को निर्देश दिये है कि वे जन समस्याओं को समयबद्ध रूप से प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें साथ ही जन शिकायतों के निस्तारण के सभी आवेदकों को भी अवगत करा दे। प्रतिदिन 9 बजे से पूर्वान्ह 11 बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहकर नागरिकों की शिकायतें सुने एवं समयबद्ध तरीके से उनका निस्तारण करें। उन्होंने निर्देश दिये कि भूमि पर कब्जे संपत्ति विवाद, पात्र व्यक्ति को आवास मिला, विधवा एवं वृद्धावस्था पेन्शन, प्राप्त न होने छात्रवृत्ति का भुगतान, प्रतिपूर्ति न मिलने, बीपीएल कार्ड न बनाये जाने तथा प्राइवेट स्कूलों द्वारा अधिक शुल्क लिये जाने, कानून व्यवस्था आदि से संबंधित समस्याओं पर विशेष ध्यान दें। कभी कभी छोटी छोटी समस्याओं का समय से निस्तारण न होने से वे उग्र रूप धारण कर लेती है और कानून व्यवस्था के लिए चिनौती की स्थिति होती है यदि समय से निस्तारण कर दिया जाये तो जन साधारण के मन में शासन प्रशासन के प्रति विश्वास की भावना अधिक सुदृढ होती है। अतः जन समस्याओं/शिकायतों का नियमानुसार निस्तारण अधिकतम 15 दिन के भीतर निस्तारण करना सुनिश्चित करें। सभी जनपद व तहसील स्तरीय अधिकारी प्रतिदिन 9 बजे से पूर्वान्ह 11 बजे तक अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर नागरिकों की शिकायतें सुनेंगे और समयवद्ध रूप से निस्तारण भी सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कार्यालय कक्ष में करीब तीन दर्जन फरियादियों की समस्याओं को सुना तथा मौके पर ही उसके निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिये कि वे सभी एमओआईसी तथा सम्पूर्ण चिकित्सीय स्टाफ को मानवीय संवेदनाओं के आधार पर नियमित स्वास्थ संबंधी सेवायें बेहतर तरीके से प्रदान कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कार्याे में शिथिलता किसी भी स्थिति में क्षम्य नही होगी। कलेक्ट्रेट में फरियादी के रूप में अकबरपुर नगर पंचायत चेयरमैन पति बबलू कटियार ने भी जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह से मुलाकात कर क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया। इसके अलावा कुछ फरियादी जिनके प्रकरण न्यायालय में लंबित थे को डीएम ने निर्देश दिये कि वे प्रकरण न्यायालय में लंबित है इसका निराकरण न्यायालय में ही होना है। अतः इस संबंध में वकील के माध्यम से अपने पैरवी न्यायालय में कराकर निस्तारण कराये।